मस्जिद मामले में हिंसा: पुलिसकर्मियों पर हमला करने वालों में महिला पत्थरबाज भी शामिल, अब तक 110 गिरफ्तार, इंटरनेट सेवा फिर बंद
राजधानी के पास चौमूं शहर में एक धार्मिक जगह के बाहर रेलिंग लगाने को लेकर हुए विवाद के बाद हालात सेंसिटिव हो गए हैं। इलाके में शांति बनाए रखने और अफवाहों को रोकने के लिए, प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाते हुए इंटरनेट बैन को और 24 घंटे के लिए बढ़ा दिया है। अब, रविवार, 28 दिसंबर को सुबह 7 बजे तक शहर में इंटरनेट सर्विस पूरी तरह से बंद रहेंगी।
24 घंटे का बैन बढ़ाया गया, डिविजनल कमिश्नर ने आदेश जारी किए
पुलिस कमिश्नर के लेटर के बाद, डिविजनल कमिश्नर पूनम ने इंटरनेट बैन बढ़ाने के आदेश जारी किए। यह बैन पहले 27 दिसंबर को सुबह 7 बजे तक लागू था, लेकिन अब कानून-व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए इसे 28 दिसंबर को सुबह 7 बजे तक बढ़ा दिया गया है। प्रशासन का मानना है कि सोशल मीडिया पर अफवाहों से तनाव और बढ़ सकता है, इसलिए यह एहतियाती कदम उठाया गया है।
विवाद की जड़: रेलिंग हटाने पर पथराव
यह पूरा विवाद मेन बस स्टैंड के पास एक धार्मिक जगह के चारों ओर लोहे की रेलिंग और बाउंड्री वॉल लगाने को लेकर शुरू हुआ। बताया जा रहा है कि सड़क किनारे पड़े पत्थरों को हटाने के लिए प्रशासन और एक खास समुदाय के बीच सहमति बन गई थी, लेकिन पत्थर हटाने के बाद लोहे की रेलिंग लगाने की कोशिश की गई। शुक्रवार सुबह करीब 3 बजे जब पुलिस और प्रशासन की टीम अवैध कब्ज़ा हटाने पहुंची तो अचानक भीड़ ने हमला कर दिया। दंगाइयों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें छह पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 110 गिरफ्तार, महिलाएं भी निशाना
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने देर रात बड़ी कार्रवाई की। स्पेशल कमिश्नर राहुल प्रकाश खुद पूरे मामले पर नज़र रख रहे हैं। पुलिस ने अब तक करीब 110 पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 11 महिलाएं भी शामिल हैं। आरोपियों की पहचान कर उन्हें उनके घरों से गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि शांति भंग करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
मौजूदा हालात: शहर छावनी में तब्दील हो गया है
शांति बनाए रखने के लिए शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। RAC, स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और QRT (क्वारंटीन आर्म्ड फोर्सेज) की टीमें लगातार फ्लैग मार्च कर रही हैं। फिलहाल, बाजार और ट्रैफिक ठीक चल रहे हैं, लेकिन पुलिस सेंसिटिव इलाकों पर कड़ी नजर रख रही है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।
