अमित शाह ने जयपुर में सहकार और रोजगार उत्सव में की भागीदारी, सहकारिता क्षेत्र में राजस्थान सरकार की तारीफ
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को जयपुर के दादिया गांव में आयोजित ‘सहकार एवं रोजगार उत्सव’ में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने राजस्थान में सहकारिता के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व को मजबूत और सकारात्मक बताया।
अमित शाह ने कार्यक्रम में राजस्थान के विभिन्न जिलों से आए 8000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। उन्होंने कहा कि सहकारिता आज ग्रामीण भारत की रीढ़ बन चुकी है। उनके अनुसार, “पिछले 100 वर्षों में सहकारिता ने भारत के विकास में बड़ा योगदान दिया है, लेकिन अगले 100 साल सहकारिता के स्वर्णिम युग होंगे।”
उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में पन्नाधाय, भामाशाह जैसे राजस्थान की विभूतियों को प्रणाम करते हुए राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख किया। अमित शाह ने कहा कि आज भारत में 8.5 लाख को-ऑपरेटिव संस्थाएं हैं, जिनसे 31 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि 99% ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारिता की सक्रिय उपस्थिति है, जिससे न केवल रोजगार सृजन हो रहा है, बल्कि आर्थिक समावेश भी मजबूत हुआ है।
इस दौरान मंच की सीटिंग अरेंजमेंट भी चर्चा में रही, जिसमें अमित शाह के एक ओर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए कुर्सी लगाई गई थी। इस राजनीतिक तस्वीर को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह भाजपा की आंतरिक समीकरणों और नेतृत्व संतुलन को दर्शाता है।
कार्यक्रम में अमित शाह ने केंद्र सरकार की सहकारिता नीति पर भी प्रकाश डाला और बताया कि किस तरह "सहकार से समृद्धि" के विजन को साकार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सहकारिता मंत्रालय की स्थापना के बाद से देश में इस क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हो रहे हैं।
इस मौके पर कई केंद्रीय और राज्य मंत्री, विधायक, अधिकारी और सहकारी क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। अमित शाह ने अंत में युवाओं को रोजगार मिलने पर शुभकामनाएं दीं और उन्हें राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया।
