राजस्थान में दोहरी खुशी, भजनलाल शर्मा के कार्यकाल के दो साल और जन्मदिन पर किए कई सामाजिक कार्यक्रम
राजस्थान में आज एक खास मौका है। भजन लाल सरकार का दो साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है, वहीं आज मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का जन्मदिन भी है। अपने जन्मदिन पर सुबह-सुबह मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा मोती डूंगरी गणेश मंदिर और गोविंद देवजी मंदिर गए। इसके बाद वे सांगानेर में पिंजरापोल गौशाला गए, जहां उन्होंने गायों की सेवा की। वे इस मौके पर आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप में भी गए और ब्लड डोनर्स का हौसला बढ़ाया। जानिए भजन लाल शर्मा के राजस्थान के मुख्यमंत्री बनने के सफर के बारे में।
गोविंद देवजी मंदिर में भजन लाल शर्मा। फोटो मैगज़ीन
BJP के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने ठीक दो साल पहले, दिसंबर 2023 में राजस्थान के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। आज मुख्यमंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल के दो साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके को मनाने के लिए 25 दिसंबर तक पूरे राज्य में प्रोग्राम किए जा रहे हैं।
अटारी गांव से जयपुर तक का सफर
भजन लाल शर्मा मुख्यमंत्री के पद तक कैसे पहुंचे? उनका सफर अटारी गांव से शुरू हुआ था। भजनलाल शर्मा पिछले 37 सालों से राजनीति में एक्टिव हैं। अटारी गांव में अपनी प्राइमरी पढ़ाई पूरी करने के बाद, भजनलाल शर्मा सेकेंडरी पढ़ाई के लिए नदबई चले गए। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से भी जुड़े। 1990 में ABVP के कश्मीर मार्च के दौरान, भजनलाल को 100 कार्यकर्ताओं के साथ उधमपुर में गिरफ्तार किया गया था। 1992 में, वे श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान जेल गए। फिर, 1991-92 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा की ज़िम्मेदारी दी गई।
मुख्यमंत्री पद की ओर भजनलाल के कदम
इस तरह, भजनलाल शर्मा एक-एक कदम आगे बढ़ते रहे। सिर्फ़ 27 साल की उम्र में, भजनलाल शर्मा अटारी गांव के सरपंच (2000-2005) चुने गए। इसके बाद वे 2010 से 2015 तक पंचायत समिति के सदस्य रहे। उसके बाद वे भारतीय जनता युवा मोर्चा नदबई मंडल के अध्यक्ष, BJYM के जिला मंत्री, तीन बार BJYM के जिला अध्यक्ष, BJP भरतपुर के जिला मंत्री, 2009 से 2014 तक भरतपुर के जिला अध्यक्ष, 2014 से 2016 तक राजस्थान के प्रदेश उपाध्यक्ष और 2016 से अब तक प्रदेश महासचिव रहे।
इसके बाद उन्होंने 2023 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। आज यानी 15 दिसंबर 2025 को उनका दो साल का कार्यकाल खत्म हो गया है।
