वित्तीय वर्ष में एक बार फिर राजस्व लक्ष्य हासिल नहीं कर सका परिवहन विभाग, जयपुर आरटीओ दूसरे स्थान पर
![वित्तीय वर्ष में एक बार फिर राजस्व लक्ष्य हासिल नहीं कर सका परिवहन विभाग, जयपुर आरटीओ दूसरे स्थान पर](https://aapkarajasthan.com/static/c1e/client/91529/uploaded/92356a628c6bb711f3f5ee2c8e234fbc.webp?width=968&height=500&resizemode=4)
कम किया गया, परिवहन विभाग अपने राजस्व लक्ष्य तक क्यों नहीं पहुँच पाता ऐसे तो इसके कई कारण हैं लेकिन एक प्रमुख कारण विभाग की वित्त शाखा का प्रदर्शन भी रहा है, विभाग में लंबे समय से स्थाई वित्तीय सलाहकार जैसा महत्वपूर्ण पद ख़ाली है, जिस अधिकारी को वित्तीय सलाहकार का चार्ज दिया हुआ है उस अधिकारी ने मार्च के महीने में भी 40 से अधिक RTO ARTO और DTO को नोटिस दिये जिससे अधिकारियों का मनोबल कमजोर हुआ, इतना ही नहीं वित्तीय सलाहकार की ओर से अलग अलग RTO को आवंटित राजस्व लक्ष्य भी सवालों के घेरे में रहे.
हालाँकि परिवहन विभाग का हाल में ख़त्म हुए वित्तीय वर्ष में प्रदर्शन पिछले वित्तीय वर्ष से बेहतर रहा है, परिवहन विभाग ने पिछली वित्तीय वर्ष के मुक़ाबले 2023-24 के वित्तीय वर्ष में 500 करोड़ से अधिक का राजस्व हासिल किया है लेकिन मुख्य सचिव परिवहन विभाग समेत सभी प्रमुख राजस्व वाले विभागों के प्रदर्शन से बेहद नाराज़ है, मुख्य सचिव ने किसी विभाग का राजस्व लक्ष्य पूरा नहीं होने पर नाराज़ी जताते हुए विभागों के सचिवों और बड़े अधिकारियों को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी है.
परिवहन विभाग की रैंकिंग में जयपुर RTO द्वितीय प्रथम स्थान पर
लेकिन इस कार्यालय के राजस्व आवंटन को लेकर है विवाद
रैंकिंग में जयपुर RTO प्रथम को मिला है दूसरा स्थान
अजमेर RTO तीसरे और भरतपुर RTO चौथे स्थान पर रहा है
बीकानेर RTO को मिला है 5 वा स्थान स्थान सीकर RTO को मिला है 6 वा स्थान
चित्तौड़ RTO 7 वे तो वहीं दौसा RTO रैंकिंग में 8 वे स्थान पर है
उदयपुर RTO रैंकिंग में 9 और कोटा RTO है 10 वे स्थान पर
जोधपुर रैंकिंग में 11, अलवर 12 और पाली RTO है 13 वे स्थान पर
सरकार से पूर्वे निर्धारित राजस्व लक्ष्य में 500 करोड़ की कमी होने के बाद भी परिवहन विभाग का राजस्व लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाना गंभीर बात है, मुख्य सचिव ने जिस तरह से राजस्व से जूड़े विभागों को लेकर नाराजी जताई है उससे लगता है कि आने वाले दिनों में इन विभागों के बड़े अधिकारियों पर गाज गिर सकती है.