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Jaipur शॉर्ट नोटिस पर ट्रेनें हुई रद्द यात्रियों का गड़बड़ाया शेड्‌यूल

 
शॉर्ट नोटिस पर ट्रेनें रद्द, यात्रियों का शेड्‌यूल गड़बड़ाया

जयपुर न्यूज़ डेस्क रेलवे द्वारा इन दिनों ढांचागत विकास के नाम पर बड़ी संख्या में ट्रेनों का संचालन प्रभावित किया जा रहा है क्योंकि ट्रेन संचालन को प्रभावित करने से पहले काम करना जरूरी है। ऐसे में ब्लॉक लेकर बड़ी संख्या में टोकरे का संचालन प्रभावित होता है। अगर बात सिर्फ राजस्व घाटे की हो तो कोई बात नहीं, लेकिन मसला लोगों की परेशानी से जूझ रहा है। ऐनवक्त पर ट्रेन रद्द होने से यात्रियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ऐसा ही एक बार फिर से हो रहा है। फुलेरा-गोविंदी मारवाड़ द्वारा रेलवे के बीच रेलवे ट्रैक डबलिंग का काम चल रहा है। इसके अलावा फुलेरा यार्ड में वीडियो इंस्टालेशन से लेकर बिल्डिंग तक का काम चल रहा है। ऐसे में 23 से 27 दिसंबर तक दिल्ली-अहमदाबाद रूट की 127 स्कोट्स का ऑपरेशन प्रभावित रहेगा। स्कॉलर ने प्रभावित किया है कि स्केच की सूची इतनी बड़ी है कि ऐसे में यात्री अपनी जानकारी रेलवे की आधिकारिक एनटी कंपनियों से आवेदन या रेलवे स्टेशन से ले सकते हैं।

रेलवे जोधपुर मंडल द्वारा फुलेरा-डेगाना सेक्शन के मध्य स्थित फुलेरा-गोविंदी मारवाड़ के बीच और फुलेरा यार्ड में डबलिंग के कारण 127 स्ट्रेंथ का ऑपरेशन रद्द, आंशिक रद्दीकरण और इंटरलॉकिंग कार्य किया जा रहा है। ट्रेन ऑपरेशन ऑपरेटर आईपी मिश्रा, कर्मचारी कर्मचारी हैं कि इस कारण से लोगों के बच्चों के क्षेत्र में यात्रा वाले प्लैप पर पानी फिर से चला गया।

ट्रेन ऑपरेशन असिस्टेंट आशीष पुरोहितों की रेटिंग तो फुलेरा-गोविंदी मारिहा में जा रहे हैं डबलिंग के काम को एक बार को जरूरी मान भी लिया जाए, लेकिन फुलेरा यार्ड्स में जा रहा सिद्धांत (वीडियो इंस्टालेशन) नहीं है। इसे लीन सीज़न (मार्च/अप्रैल/मई) में भी देखा जा सकता है। ऐसा भी इसलिए क्योंकि इससे पहले भी दीपावली के दौरान इस कार्य की अधिसूचना जारी की गई थी। लेकिन विरोध के बाद 10 दिन में ही इस फैसले को रद्द कर दिया गया।

क्योंकि अभी भी अगर सिर्फ फुलेरा-गोविंदी मारवाडी में डबलिंग के साथ एक नया ब्लॉक लिया जाता है, तो यह कुछ चौथाई में और वो भी सिर्फ एक लाइन में ब्लॉक लेकर पूरा हो जाता है। बुटेरा फुल में जा रहे हैं कार्य के जीवित रहने का ऑपरेशन 3-4 दिन तक प्रभावित रहेगा।

आरक्षण की अधिकतम अवधि तो शामिल है, पर आरक्षण रद्द करने की स्थापना
आरक्षण को रद्द करने के तरीके से रेलवे ने आरक्षण को रद्द करने का मन बना लिया है। रेलवे के आर्किटेक्चर मेंबर इंजीनियरिंग एमके गुप्ता के अनुसार रिकॉर्ड्स को रद्द करने के समय से 120 दिन पहले रद्द करना चाहिए।

इससे अगर समय रहते इन पर कैंसिलेशन का टैग लगा दिया जाए, तो टिकटें बुक ही नहीं होंगी। ऐसे में यात्रियों को वाली परशानी कम हो जाती है। वहीं, लोग यात्रा के लिए समय से पता लगाते हैं और अन्य विकल्प देखते हैं, टिकट बुक करते हैं।