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राजस्थान में ट्रैफिक समस्या से मिलेगी निजात! तीन नए फ्लाइओवर को मिली हरी झंडी, रिंग रोड का एक कट भी होगा बंद

 
राजस्थान में ट्रैफिक समस्या से मिलेगी निजात! तीन नए फ्लाइओवर को मिली हरी झंडी, रिंग रोड का एक कट भी होगा बंद

जयपुर-आगरा रोड पर लगातार बढ़ते वाहनों के दबाव और जाम को देखते हुए जिला प्रशासन और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने अब राहत देने की तैयारी शुरू कर दी है। आगरा रोड पर ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं, जहां सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। इन खतरनाक स्पॉट को ध्यान में रखते हुए जयपुर-आगरा बाइपास पर विभिन्न स्थानों पर बने कट को बंद करने की योजना पर काम शुरू हो गया है। हाल ही में जिला कलेक्ट्रेट में हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में एनएचएआई की ओर से तीन प्रमुख स्थानों पर फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र सोनी ने हरी झंडी दे दी है। साथ ही बगराना क्षेत्र में रिंग रोड से पहले 52 फीट हनुमान मंदिर के सामने स्थित कट को भी जल्द बंद करने पर सहमति बन गई है।

कानोता, बस्सी टी प्वाइंट और बांसखो गेट पर बनेंगे फ्लाईओवर

एनएचएआई ने जिलेभर में अब तक करीब 88 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए हैं। कानोता, बस्सी टी प्वाइंट और बांसखो गेट को सबसे ज्यादा दुर्घटना संभावित क्षेत्र मानते हुए यहां फ्लाईओवर बनाने की योजना तैयार की गई है। इन स्थानों पर मौजूद कटों के कारण हाईवे पर अक्सर जाम और दुर्घटनाएं होती रहती हैं। सूत्रों के अनुसार इन तीनों फ्लाईओवर के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और अगले दो सप्ताह में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। प्रत्येक फ्लाईओवर की लागत करीब 35 करोड़ रुपए आंकी गई है।

भांकरोटा अग्निकांड के बाद सतर्कता बढ़ी

जयपुर में भांकरोटा अग्निकांड के बाद पूरे जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीरता बढ़ गई है। जिला प्रशासन की निगरानी में अब सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर सुधार कार्य किए जा रहे हैं। अजमेर रोड, सीकर रोड, आगरा रोड और दिल्ली रोड जैसे प्रमुख मार्गों पर खतरनाक कटों को बंद करने, साइन बोर्ड लगाने और रोड सिग्नल सिस्टम को मजबूत करने का काम चल रहा है।