ज्ञानदेव आहूजा के निलंबन को लेकर टीकाराम जूली ने सरकार पर बोला हमला, बोले - 'ये महज दिखावा है'

पिछले साल अलवर में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के दौरान भाजपा नेता टीकाराम जूली द्वारा मंदिर में गंगाजल छिड़कने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मंदिर का शुद्धिकरण करने वाले पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को भाजपा ने निलंबित कर दिया है। अब रविवार को टीकाराम जूली ने भाजपा पर धर्म और जाति के नाम पर लोगों को लड़ाने के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि ज्ञानदेव आहूजा को भाजपा जल्द ही बहाल करेगी।
'इस बार भी यही होगा'
अजमेर के किशनगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए टीकाराम जूली ने कहा कि कभी धर्म के नाम पर तो कभी जाति के नाम पर लोगों को लड़ाना उनका (भाजपा) एजेंडा है। आहूजा का निलंबन महज दिखावा है। इसे भी वापस लिया जाएगा। भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा को पहले भी भाजपा से निलंबित किया गया था और उन्हें बहाल किया गया था। जूली ने कहा कि इस बार भी यही होगा... जनता सब समझती है।
मंदिर के शुद्धिकरण के लिए छिड़का था गंगाजल
दरअसल, अलवर में राम मंदिर के शुद्धिकरण के लिए ज्ञानदेव आहूजा ने मंदिर में गंगाजल छिड़का था। इससे एक दिन पहले कांग्रेस के टीकाराम जूली ने मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लिया था। जूली समेत कांग्रेस नेताओं ने इस कृत्य की निंदा की थी और इसे दलितों का अपमान बताया था। हालांकि, आहूजा ने अपने कृत्य का बचाव करते हुए कहा था कि उनके कृत्य में जाति का कोई पहलू नहीं है।
उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नेताओं को ऐसे समारोहों में भाग लेने का 'कोई नैतिक अधिकार' नहीं है, क्योंकि पार्टी नेतृत्व ने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया था और पिछले साल अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का 'बहिष्कार' किया था। इसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने पहले कहा था कि पार्टी आहूजा के बयान और कार्रवाई का समर्थन नहीं करती है।