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जयपुर में इस बार हाथ में चलने वाला आया खास रॉकेट

 
जयपुर में इस बार हाथ में चलने वाला रॉकेट खास:एक रुपए से लेकर 20 हजार तक का पटाखा, 200 करोड़ का बिजनेस होने की संभावना

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर में दिवाली के बाजार तैयार हैं. दिवाली की भी अलग-अलग वैरायटी बाजार में आ गई हैं। इसमें सबसे खास बात है इको फ्रेंडली बोल्ट। इनके साथ ही इस बार बाजार में 8 हजार तरह की तस्वीरें उपलब्ध हैं।चांद बाजारपोल में 15 साल से शेयर बाजार में बिकवाली कर रहे दिलशाद ने कहा- इस बार बाजार में बिटकॉइन को लेकर खास उत्साह है। बाजार में नई-नई वैरायटी आती हैं. यहां बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के लिए उपलब्ध है। जिम हंटर बोल्ट के पास 10 प्रकार की पेंसिलें हैं। इसे एक छोटा बच्चा पाल सकता है. वहीं, फुलझड़ी में बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार की फुलझड़ी की विशाल विविधता उपलब्ध है।पटाखा कारोबारी जावेद ने कहा- सभी कुंवारे कर्नाटक और केरल से आते हैं। अधिकतर पर्यावरण अनुकूल। यहां स्काई ग्रोअर जैसे नाम वाले तटबंध और बच्चों के लिए एक सुपरमार्केट भी हैं। इसके साथ ही कलरफुल बटरफ्लाई ब्लाउज भी खूब डिजाइन किए जा रहे हैं। पौराणिक ड्रैगन बम में बच्चों के लिए भी एक विस्तृत श्रृंखला है। हाई-फाई, चीट पू गोम्बा, क्रेजी किड जंपिंग फ्रॉग, मरकरी लाइट्स वाले बोल्ट मौजूद हैं.

महाराजाधिराज, राजा वीपी सुतली बम में अवतल हैं।इस बार बाजार में 1 रुपये से लेकर 20 हजार रुपये तक में पटाखा व्यवसाय के कर्मचारी उपलब्ध हैं. इसमें बच्चों के साथ-साथ वयस्कों की पसंद के अनुरूप विविधता भी मौजूद है। पॉपकॉर्न, पॉप पॉप, वॉटर बम, मल्टीशॉट के अलावा और भी कई तरह के ऑर्डर उपलब्ध हैं। विभिन्न रंगों के अनार भी मौजूद हैं।इस बार दिवाली पर सबसे शानदार कलाकृति में 20 हजार रुपये का आइस ब्लास्टर शामिल है। बाजार में आइस ब्लास्टर भी बिकते हैं। इसकी कीमत 20 हजार रुपये है. यह बोल्ट डबल राउंड होल्डर वाले बॉक्स में आता है। एक समय में 248 माइक्रोवेव होते हैं, जो 15 मिनट तक लगातार चलते रहते हैं। यह पटाखा 500 मीटर की ऊंचाई पर फूटेगा. इसमें चांद-सितारों की आकर्षक झलकियां शामिल हैं।सुतली बम में महाराजा और लाडली काफी मशहूर हैं. इसकी कीमत 350 रुपये से शुरू होकर 1500 रुपये तक है। जो 2 इंच, 6 इंच और 8 इंच के साइज में उपलब्ध है।बच्चों के लिए चमत्कारों की बात करें तो जी बुम्बा काफी लोकप्रिय है। यह बकबक की आवाज निकालता है। वहीं पॉप पॉप भी बच्चों का पसंदीदा पटाखा है. इसके एक कीमती की कीमत 15 रुपये से शुरू होती है। इस बार बाजार में कोक, मार्करी और बेडीवेल ब्रांड के ब्रांड सबसे ज्यादा हैं।लड़कियों के डिज़ाइनर हैंडहेल्ड में सर्वाधिक बिकने वालेपॉप पॉप और बटरफ्लाई डिज़ाइन बच्चों के बीच सबसे लोकप्रिय हैं। वहीं, युवाओं को हैंडहेल्ड डिजाइन सबसे ज्यादा पसंद आ रहा है। इसकी खासियत यह है कि इसे हाथ में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। जो बच्चों का मनोरंजन करना चाहता है.

इस तूफान से 288 पोते-पोतियां भी हैं, जो 15 से 20 मिनट तक जीवित रहे।फायर वर्कशॉप एसोसिएशन ऑर्गनाइजेशन ऑफ फायरवर्क्स आर्टिस्ट्स के अध्यक्ष जहीर अहमद ने कहा कि पुराने बम बैच ग्रीन बैच नहीं थे, इसलिए इन बमों को बाजार में बंद कर दिया गया है। इसके बाद ओरजी ने अपना पासपोर्ट भी रद्द कर दिया है। अब सभी बैटरियां हरे रंग की बाल्टी में ही बनाई जा रही हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार तय रासायनिक संरचना के आधार पर बैचलर्स तैयार किए जा रहे हैं और ग्रीन कलर्स बाजार में आ रहे हैं।जहीर ने बताया कि इस बार बाजार में स्काई शॉट बोल्ट सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है। पहले बाजार में फुलझड़ी और अनार की धूम रहती थी, लेकिन इस बार बच्चों को भी यह पसंद नहीं आ रहा है। वे कुछ प्रिय चाहते हैं. ऐसे में लोग इसकी जगह स्काई शॉट्स को प्राथमिकता दे रहे हैं, जिसमें आसमान में रंग-बिरंगे तारे दिखते हैं।उन्होंने बताया- जयपुर में 200 दुकानें हैं जिनके पास सोलर लाइसेंस है। यह दुकान 12 महीने चलती है. इसके अलावा कमिश्नर कार्यालय की ओर से दिवाली की मस्जिदों पर शहर में करीब 2000 गोदामों के लाइसेंस दिए गए हैं. एक मान्यता प्राप्त लाइसेंस प्राप्त दुकान 5 से 7 दिनों तक संचालित होगी। यह दुकान निर्धारित तिथि तक चालू हो सकती है. दिवाली के मौके पर जयपुर में अरबों का कारोबार होने की संभावना है.