Jaipur की ये तीन महिलाएं लोगों के बेहतर स्वास्थ्य और तमाम बीमारियों से राहत के लिए कर रहीं शोध
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने की बात कही थी तभी राजस्थान की तीन महिला दोस्तों ने शहद उत्पादन के जरिए व्यवसाय और लोगों की सेहत को बेहतर करने के लिए शिवा ऑर्गेनिक की शुरुआत की थी. जिसका उद्देश्य जैविक और प्राकृतिक से पूरी तरह सुपरफ़ूड तैयार करना. जो लोगों को दिया जाए और उसका असर लोगों के जीवनशैली पर भी पड़े। इस सुपरफ़ूड के खाने से तमाम बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है।
कुछ ऐसी है तैयारी
मंशा अग्रवाल का कहना है कि मैंने अपने जीवन के शुरूआती दिनों में लोगों की सेहत खराब होते हुए देखा था। उस समय खराब चीजें खाने से लोग बीमार हुए। इसलिए तभी से यह मन में ठान लिया था कि आने वाले दिनों में कुछ सुपरफ़ूड तैयार करने पर काम करना है। मधुमक्खी से सिर्फ शहद का उत्पादन ही नहीं करना बल्कि जिस तरह से मधमुक्खियों की संख्या कम हो रही और उनकी सेहत पर पड़ रहे साइडइफेक्ट को ठीक करने पर काम करना है।
स्थानीय मधमुक्खी पालकों (बी कीपर्स ) के साथ काम किया जाता है
मंशा अगव्राल का कहना है कि स्थानीय मधमुक्खी पालकों (बी कीपर्स ) के साथ काम किया जाता है। मधमुक्खियां शहद को केदारनाथ वैली के औषधीय पौधों के फूलों, बिहार की लीची व हरिद्वार के नीलगिरी के बागों, राजस्थान के सरसों के खेतों, कश्मीरी बबलू के पेड़ों व उत्तर प्रदेश के जामनु के बागो, झारखंड की पवित्र वनतुलसी, कर्नाटक की अजवाइन और महाराष्ट्र के सरजमुखी के खेतों से भी शहद इकट्ठा करती हैं. जबकि मध्य प्रदेश के धनिया के खेत और सिक्किम के संतरे के बाग अपने अनठूे स्वाद देते हैं। हिमाचल प्रदेश के थाइम व चेस्टनट के फूल हमारे सबसे दर्लु भर्ल शहद में योगदान देते हैंय़
इन्हें बनाया जा रहा है
रॉयल जेली जो नई रक्त कोशिकाओं का उत्पादन कर हार्मोन्स को संतलिुत करती है. यह जेली एंटी-एजिंग और एंटी-कैंसर दोनों में लाभ प्रदान करती है। गिर गाय के ए-२ देसी घी को पारम्परिक बिलोना विधियों का उपयोग कर तैयार किया जा रहा है। डायबिटिक लोगों के लिए भी बहुत लाभदायक, यह घी पाचन व समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। पारंपरिक खपली आटा व अन्य आटे और दालें जो उच्च प्रोटीन, कम ग्लाइसेमिक-इंडेक्स वाले विकल्प प्रदान करते है। जो डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल के प्रबंधन के लिए विशषे रूप सेफायदेमंद है। लकडोंग हल्दी और अन्य हिमालयी जड़ी बटिूयों और मसालों द्वारा आप शक्तिशाली एंटी-इन्फ्लमैमेटरी गुणों का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इन आधारशील उत्पादों के अलावा, शिवा ऑर्गेनिक एक ऐसा संग्रह प्रस्ततु करता है. जो स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं को शामिल करता है। कोल्ड प्रेस्ड ऑयल्स जिनमें बीजों के प्राकृतिक सार व पोषक तत्वों को संरक्षित किया जाता है। महिलाओं की सेहत के लिए मधमुक्खियों का पराग, गुलाब की पंखुड़ियों से बना स्वादिष्ट गुलकंद, सांवा, सनवा, सामा, छोटी कंगनी, हरी कंगनी, कोदो, कुटकी जसै 5 लाभदायक मिलेट्स या फिर अश्वगंधा, आमला, मोरिगा, व्हीटग्रास और संतरे के छिलके जसै प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले तत्वों के पाउडर, शिवा आर्गेनिक के पास सब कुछ है।