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जामडोली बालिका गृह में बच्चियों की मौत पर मचा हड़कंप! 30 दिन में 3 की मौत, मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा मामला

 
जामडोली बालिका गृह में बच्चियों की मौत पर मचा हड़कंप! 30 दिन में 3 की मौत, मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा मामला 

जामडोली स्थित राजकीय बौद्धिक दिव्यांगजन गृह की बालिका विंग में एक माह में हुई तीन मौतों पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लिया है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की गई है। बता दें कि 15 जुलाई को राजस्थान पत्रिका ने 'जहां दर्द में 'खामोशी', वहां अफसर 'बहरे' शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। इसमें महिला विंग में दो मौतें गृह परिसर में और एक मौत अस्पताल में होना बताया गया था। साथ ही विंग में व्याप्त लापरवाही भी उजागर हुई थी। इसके बाद विभागीय अधिकारी सक्रिय हुए।

विशेष दिव्यांगजन निदेशालय के निदेशक एवं विशिष्ट शासन सचिव केसरलाल मीणा ने तीन संयुक्त निदेशक, एक उप निदेशक और एक सहायक निदेशक स्तर के अधिकारी की पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की है, जो दो दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। जांच समिति ने गृह परिसर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और छह घंटे तक जांच की। हालांकि, मृतकों की विसरा रिपोर्ट अभी नहीं आई है।

अधीक्षक कक्ष से एसी हटाने के निर्देश

निरीक्षण के दौरान, समिति ने पाया कि अधीक्षक रूपा वर्मा ने बालिकाओं की सुविधा के लिए दान में दिया गया एयर कंडीशनर (एसी) अपने कक्ष में लगवाया था। टीम के सदस्यों ने सहायक निदेशक, उत्कृष्टता केंद्र, रविकांत को बीमार बालिकाओं के आइसोलेशन कक्ष में एसी पुनः लगवाने के निर्देश दिए।

रालसा ने दिए जाँच के आदेश

राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (रालसा) ने भी इस खबर का संज्ञान लेते हुए जाँच के आदेश दिए हैं। रालसा के सदस्य सचिव हरिओम अत्री ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जयपुर महानगर-प्रथम) को तीन दिन के भीतर जाँच कर 18 जुलाई तक तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।