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SMS अस्पताल में मचा बवाल, रक्तदाताओं को नहीं मिल रहा खाना

 
SMS अस्पताल में मचा बवाल, रक्तदाताओं को नहीं मिल रहा खाना 

जयपुर न्यूज़ डेस्क, भीषण गर्मी में रक्तदान को बढ़ावा देने के बजाय SMS अस्पताल प्रशासन ने रक्तदाताओं का अल्पाहार का अधिकार ही छीन लिया है.जी हां ये कोई हमारा आरोप नहीं, बल्कि एसएमएस अस्पताल व ट्रोमा सेन्टर के ब्लड बैंक की सच्चाई है.जहां पिछले दो दिन से रक्तदाताओं को रक्तदान के बाद दिया जाने वाला नास्ता अघोषित रूप से बन्द कर दिया गया.पेश है एक रिपोर्ट रक्तदान, महादान.  जी हां इसी सोच के साथ चिकित्सा विभाग न सिर्फ ब्लड डोनेशन को बढ़ावा देने को प्रयासरत है, बल्कि ये भी कोशिश जारी है कि रक्तदाताओं की सुविधाओं में इजाफा किया जाए. लेकिन सूबे के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल प्रशासन की उदासीनता के चलते ब्लड बैंक विभाग की छवि खराब कर रहे है.इसकी बानगी एसएमएस अस्पताल व ट्रोमा सेन्टर में देखने को मिल रही है, जहां पिछले दो दिन से रक्तदान करने वालों को अल्पाहार देना ही बन्द कर दिया गया. ब्लड ट्रांसफ्यूजन डिपार्टमेंट एचओडी BS मीणा से जब सवाल किया गया तो उन्होंने ये कहकर पल्ला झाड लिया कि टेण्डर प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 15 बार रिमाइडर दिया जा चुका है.लेकिन अभी तक नहीं हुआ टेण्डर, जिसके चलते दिक्कतें सामने आई है. 

अल्पाहार से महरूम 250 से अधिक रक्तदाता !
SMS अस्पताल प्रशासन के कुप्रबन्धन का साइड इफेक्ट
टेण्डर प्रक्रिया की लापरवाही से रक्तदाता को मिलना बन्द हुआ अल्पाहार
अस्पताल में 2021 में खत्म हो चुका अल्पाहार आपूर्ति का टेण्डर
लेकिन इसके बाद टेण्डर प्रक्रिया के बजाय "एक्सटेंशन" पर फोकस
अब जब फर्म ने खड़े किए हाथ,तो जिम्मेदारों ने बन्द कर दिया अल्पाहार
ब्लड ट्रांसफ्यूजन डिपार्टमेंट एचओडी BS मीणा ने दिक्कतों पर दी जानकारी
एसएमएस और ट्रोमा सेन्टर में रोजाना 250 से 300 लोग करते है रक्तदान
फर्म ने अल्पाहार देना बन्द कर दिया तो इसमें हमारी जिम्मेदारी नहीं है
हमने तो कई बार प्रशासन को अवगत कराया है, पत्र भी लिखे है
अस्पताल में RMRS के स्तर पर होती है सभी टेण्डर की प्रक्रिया

इस पूरे मामले को लेकर जब अस्पताल प्रशासन से बात की गई तो किसी भी जिम्मेदार के पास जवाब नहीं मिला.लेकिन फर्स्ट इंडिया से पड़ताल में पाया कि दो साल से टेण्डर प्रक्रिया को फाइनल नहीं किया गया.इस दौरान सिर्फ पुरानी फर्म को एक्सटेंशन पर एक्सटेंशन दिया गया.अब जब "एक्सटेंशन" पर कार्यरत फर्म ने बिल भुगतान नहीं होने का हवाला देकर काम करना बन्द कर दिया तो प्रशासन ने अल्पाहार की व्यवस्था को ही अघोषित रूप से बन्द कर दिया

50 रुपए का आवंटन, 25 रुपए का नास्ता
एसएमएस अस्पताल प्रशासन का सामने आया कुप्रबन्धन
दो साल पहले बढ़ाया जा चुका है अल्पाहार का बजट
रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए 50 रुपए किए निर्धारित
लेकिन अस्पताल प्रशासन ने अभी तक तय नहीं किया टेण्डर
पुराने टेण्डर को एक्सटेंशन देकर 25 रुपए का दिया जा रहा नास्ता
आश्चर्य ये कि दो दिन से 25 रुपए का अल्पाहार भी किया गया बन्द


ये कोई पहला मौका नहीं है, जब एसएमएस अस्पताल में टेण्डर की दिक्कतों के चलते मरीज व उनके परिजनों की सेवाएं बन्द कर दी जाती है. इससे पहले कई तरह की जांच व दवाएं भी ऐसी ही प्रक्रियात्मक गलतियों की वजह से मरीजों को उपलब्ध नहीं हो पाती और वे बाहर जाने को मजबूर होते है. हालांकि, ताजा मामले की जानकारी मिलते ही अधीक्षक डॉ सुशील भाटी भी सक्रिय नजर आए.उन्होंने एसएमएस के ब्लड बैंक प्रभारी से जवाब मांगा है. साथ ही कहा है कि टेण्डरों में लेटलतीफी काफी गंभीर विषय है.इन्हें सुव्यस्थित करने का प्रयास किया जाएगा.