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Jaipur खरबूज और तरबूज की मिठास होगी दोगुनी

 
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जयपुर न्यूज़ डेस्क, आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी कि खरबूजा देखने के बाद रंग बदल जाता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होगा। खरबूजा अपना रंग नहीं बदलेगा लेकिन उसका स्वाद बढ़ जायेगा, मिठास अधिक होगी और अधिक समय तक स्टोर किया जा सकता है. तरबूज के साथ भी कुछ ऐसा ही होगा. कृषि अनुसंधान संस्थान दुर्गापुरा में इन दोनों फलों की नई किस्में विकसित की जा रही हैं, जो जल्द ही बाजार में उपलब्ध होंगी।

गौरतलब है कि देश भर में तरबूज की दो किस्मों दुर्गापुरा केसर और दुर्गापुरा लाल और खरबूजे की दुर्गापुरा मधु की मिठास और स्वाद को काफी पसंद किया जाता रहा है, लेकिन समय के साथ मिट्टी और पानी में बदलाव के कारण इनकी मिठास नहीं रही। लंबे समय तक समान। और इनका आकार भी बहुत बड़ा होता था, इन्हें अधिक समय तक रखना संभव नहीं होता था।

क्रॉस ब्रीडिंग से मिलेगी नई वैरायटी

अनुसंधान संस्थान संकरण द्वारा इन फलों की उन्नत किस्मों का विकास कर रहा है। इसके लिए कुछ विशेष किस्मों के बीज IIHR बैंगलोर और क्षेत्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, जोधपुर से खरीदे गए हैं। जिनसे केसर, लाल और शहद की क्रास ब्रीडिंग की जाएगी।

यह फायदेमंद होगा

आम आदमी की डिमांड को ध्यान में रखते हुए इनका साइज आइस बॉक्स साइज के रूप में होगा। आमतौर पर अब आठ से दस किलो का फल कोई लेना पसंद नहीं करता। ऐसे में एक नए तरह के आकार के आइस बॉक्स को विकसित किया जा रहा है। इसमें मिठास ज्यादा होगी और लंबे समय तक खराब न होने के कारण इन्हें दूसरे राज्यों में भी भेजा जा सकता है.

कहते हैं,

संस्थान में हम एक नई किस्म विकसित कर रहे हैं जो जल्द ही बाजार में आएगी। अब जो किस्में थीं उनमें मिठास तो थी लेकिन उन्हें एक-दो दिन से ज्यादा नहीं रखा जा सकता था लेकिन नई किस्म को ज्यादा समय तक रखा जा सकता था।