Jaipur मेट्रो के दूसरे चरण का निर्माण केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त उद्यम से किया जायेगा
6 महीने में तैयार हाे जाएगी डीपीआर: मेट्राे के सेकंड फेज में सीतापुरा से अंबाबाड़ी-विद्याधर नगर के बीच बनने वाली मेट्राे की चार डीपीआर बन चुकी है। अब पहले से बनी डीपीआर की फिजिबिलिटी देखी जाएगी। इसमें तय होगा कि 23 किमी की दूरी के बीच बनने वाले मेट्रो ट्रैक किस जगह पर एलिवेटेड और किस जगह अंडरग्राउंड बनेगा। वहीं, शुरुआती डीपीआर 10 हजार कराेड़ जबकि तीन साल पहले बनी डीपीआर 4 हजार कराेड़ की बनी थी। अब दाेनाें ही डीपीआर की समीक्षा की जाएगी।
मंत्री-नेताओं की जमीन की वजह से अटका हुआ है प्रोजेक्ट का काम
मेट्रो के सेकंड फेज का काम पांच साल पहले शुरू हो जाता, लेकिन कुछ दिग्गज नेताओं की टोंक रोड स्थित बी-2 बाईपास चौराहे पर करोड़ों की जमीन होने की वजह से प्रोजेक्ट अटका हुआ है। यहां पर मंत्री और नेता करोड़ों की जमीन पर मॉल, फ्लैट और सिनेमा हॉल बनाने का प्लान बना रहे हैं। ऐसे में बी-2 बाइपास पर एलिवेटेड के जरिए मेट्रो का संचालन होता है तो मूल सड़क पर ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा। जिससे जमीन के कॉमर्शियल दाम गिर जाएंगे। इसी वजह से मेट्रो के संचालन से पहले 155 करोड़ की लागत से दो तरफ अंडरपास और दो तरफ क्लोर लीफ बना दी ताकि मेट्रो का रूट बदला जा सके।