Aapka Rajasthan

जयपुर के बच्चों को मिलेगी बड़ी राहत, वीडियो में जानें जे.के. लोन अस्पताल में 20 करोड़ की लागत से बनी कार्डियोथोरेसिक यूनिट तैयार

जयपुर के बच्चों को मिलेगी बड़ी राहत, वीडियो में जानें जे.के. लोन अस्पताल में 20 करोड़ की लागत से बनी कार्डियोथोरेसिक यूनिट तैयार
 
जयपुर के बच्चों को मिलेगी बड़ी राहत, वीडियो में जानें जे.के. लोन अस्पताल में 20 करोड़ की लागत से बनी कार्डियोथोरेसिक यूनिट तैयार

राजस्थान की राजधानी जयपुर के छोटे बच्चों के लिए एक बड़ी स्वास्थ्य सुविधा की सौगात तैयार हो चुकी है। अब हृदय शल्य चिकित्सा (Heart Surgery) और गंभीर हृदय संबंधी बीमारियों से पीड़ित बच्चों को इलाज के लिए दिल्ली एम्स या देश के अन्य बड़े अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा। उनका इलाज अब जयपुर स्थित जे.के. लोन अस्पताल में ही संभव होगा।

दरअसल, 20 करोड़ रुपये की लागत से कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी (CTVS) यूनिट का निर्माण पूरा हो गया है। यह यूनिट विशेष रूप से नवजात, शिशु और छोटे बच्चों के लिए समर्पित है। इस अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा का जल्द ही विधिवत उद्घाटन किया जाएगा, जिसके बाद यह यूनिट पूरी तरह क्रियाशील हो जाएगी।

राज्य में पहली बार ऐसी सुविधा:
जे.के. लोन अस्पताल की यह यूनिट राजस्थान में बच्चों के लिए पहली ऐसी सरकारी सुविधा है जहां जटिल हृदय रोगों की सफल सर्जरी की जा सकेगी। अब तक राज्य के गंभीर रूप से बीमार बच्चों को इलाज के लिए दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों के अस्पतालों में रेफर करना पड़ता था, जिससे न सिर्फ समय की बर्बादी होती थी, बल्कि गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों पर आर्थिक बोझ भी बढ़ता था।

आधुनिक तकनीक और विशेषज्ञ टीम:
इस यूनिट में बच्चों की ओपन हार्ट सर्जरी, वॉल्व रिप्लेसमेंट, ब्लड वेसेल्स की जटिल सर्जरी जैसी प्रक्रियाएं की जा सकेंगी। यूनिट में नवीनतम कार्डियक मॉनिटरिंग सिस्टम, बच्चों के लिए विशेष ऑपरेशन थियेटर और इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा कार्डियोलॉजिस्ट, सर्जन और एनेस्थेटिस्ट की विशेषज्ञ टीम को विशेष प्रशिक्षण देकर नियुक्त किया गया है।

सरकार की पहल और भविष्य की योजना:
राज्य सरकार की यह पहल मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत की गई है। स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि हर जरूरतमंद बच्चे को राज्य में ही गुणवत्तापूर्ण इलाज मिले। भविष्य में इस यूनिट को और विस्तारित करने की योजना है, ताकि राज्यभर से आने वाले मरीजों को ज्यादा लाभ मिल सके।

जनता और डॉक्टरों में खुशी की लहर:
इस यूनिट की स्थापना से चिकित्सा जगत में भी खुशी की लहर है। डॉक्टरों का मानना है कि यह कदम न केवल बच्चों की जान बचाने में मददगार साबित होगा, बल्कि चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में भी मील का पत्थर बनेगा। आम जनता और मरीजों के परिजनों ने भी इस फैसले का स्वागत किया है।