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जयपुर मेट्रो फेज-2 को केंद्र की हरी झंडी, शहर में मेट्रो विस्तार का रास्ता साफ

 
जयपुर मेट्रो फेज-2 को केंद्र की हरी झंडी, शहर में मेट्रो विस्तार का रास्ता साफ

राजधानी जयपुर के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। लंबे समय से प्रतीक्षित जयपुर मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण को आखिरकार केंद्र सरकार से हरी झंडी मिल गई है। पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (PIB) की हाल ही में हुई बैठक में फेज-2 की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) को मंजूरी दे दी गई है। इस अनुमोदन के साथ ही शहर में मेट्रो विस्तार की प्रक्रिया लगभग स्पष्ट होती दिखाई दे रही है और आगामी महीनों में परियोजना के क्रियान्वयन की दिशा में और तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है।

फेज-2 मेट्रो रूट, जयपुर के शहरी ढांचे को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है। प्रस्तावित परियोजना के इस चरण के तहत केंद्रीय क्षेत्र से लेकर भीड़भाड़ वाले आवासीय इलाकों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इससे प्रतिदिन लाखों यात्रियों को सुगम और तेज़ यातायात सुविधा मिलेगी। परियोजना से शहर के उत्तर और दक्षिण हिस्सों को सीधे जोड़ने की योजना है, जिससे सड़क यातायात का दबाव कम होगा और यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी आएगी।

PIB की मंजूरी को विशेषज्ञ और अधिकारी जयपुर के लिए एक बड़ा कदम बता रहे हैं। इससे अब परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र की कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार किया जाएगा। कैबिनेट की स्वीकृति मिलने के बाद निर्माण और वित्तीय प्रक्रियाओं को शुरू किया जा सकेगा। राज्य सरकार भी परियोजना को लेकर सक्रिय है और उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी बजट घोषणाओं में इसके लिए आवश्यक प्रावधान किए जाएंगे।

दूसरे चरण की मेट्रो परियोजना से न केवल यातायात की सुविधा बेहतर होगी बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति मिलेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि मेट्रो विस्तार से नए व्यवसायिक केंद्र विकसित होंगे, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और विदेशी तथा घरेलू निवेशकों का रुझान भी शहर की ओर बढ़ेगा। इसके अलावा, पर्यटन नगरी होने के नाते जयपुर में मेट्रो सेवा का विस्तार पर्यटकों के लिए भी अत्यंत लाभकारी रहेगा। शहर के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों, बाजारों और बसावटों तक पहुंचना आसान होगा, जिससे पर्यटन उद्योग को प्रत्यक्ष लाभ मिलने की संभावना है।

राज्य सरकार की ओर से भी फेज-2 को लेकर तैयारी तेज कर दी गई है। अधिकारियों के अनुसार, DPR में भूमि अधिग्रहण, निर्माण लागत, स्टेशनों के निर्माण, तकनीकी मानकों और संचालन से जुड़े सभी पहलुओं पर विस्तृत अध्ययन किया गया है। परियोजना के पूरा होने पर मेट्रो नेटवर्क का दायरा लगभग दोगुना हो जाएगा।

पीआईबी की स्वीकृति के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि जयपुर अब देश के उन शहरों की सूची में और मजबूती से शामिल हो जाएगा जहां सार्वजनिक परिवहन के आधुनिक साधनों का तेजी से विकास हो रहा है। शहर के लाखों निवासियों के लिए यह निर्णय नए अवसरों और बेहतर यात्राओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।