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चौमूं में पेयजल बोरिंग को लेकर दो समुदायों में तनाव, SHO की सूझबूझ से टला विवाद

चौमूं में पेयजल बोरिंग को लेकर दो समुदायों में तनाव, SHO की सूझबूझ से टला विवाद
 
चौमूं में पेयजल बोरिंग को लेकर दो समुदायों में तनाव, SHO की सूझबूझ से टला विवाद

राजस्थान के जयपुर ग्रामीण जिले के चौमूं कस्बे में पेयजल संकट के कारण तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है। बुधवार की रात शहर के पठान मोहल्ला में एक पुरानी बोरिंग को दोबारा चालू करने के प्रयास के दौरान दो समुदायों के बीच कहासुनी हो गई, जो धीरे-धीरे विवाद में बदल गई। कुछ ही देर में घटनास्थल पर तनावपूर्ण माहौल पैदा हो गया और लोग आमने-सामने आ गए। सूचना मिलने पर चौमूं थाना प्रभारी प्रदीप शर्मा पुलिस टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में किया।

एहतियात के तौर पर इलाके में पुलिस बल तैनात किया गया
एसएचओ प्रदीप शर्मा ने बताया, 'यह बोरिंग काफी समय से बंद थी। लेकिन मौजूदा गर्मी और पानी की कमी को देखते हुए इसे पुनः चालू करने के लिए मशीन मंगवाई गई। इस दौरान बोरिंग को लेकर दोनों पक्षों में मतभेद उत्पन्न हो गया और संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो गई। पुलिस समय पर पहुंची और दोनों पक्षों से बात कर उन्हें परामर्श दिया। लंबी चर्चा के बाद दोनों पक्षों में सहमति बन गई और मामला सुलझ गया। देर रात तक स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया। हालांकि एहतियात के तौर पर इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। चौमूं शहर में फिलहाल शांति है, लेकिन पुलिस पूरी घटना पर नजर रख रही है।

पेयजल विभाग के अधिकारी आज करेंगे दौरा
एसएचओ ने यह भी कहा कि पेयजल विभाग के अधिकारियों को आज मौके पर बुलाकर पूरे मामले की जानकारी ली जाएगी। इसके बाद विभाग उचित प्रक्रिया के तहत बोरिंग का कार्य कराएगा ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा उत्पन्न न हो। पुलिस ने स्थानीय लोगों से धैर्य और समझदारी से काम लेने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं के संबंध में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और प्रशासनिक स्तर पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।