जयपुर की जामा मस्जिद के बाहर STF के जवान तैनात, देर रात भारी हंगामे के बाद अलर्ट मोड पर पुलिस
जयपुर की जामा मस्जिद के बाहर विवाद के बाद एसटीएफ और राजस्थान पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। इस मामले में जयपुर पुलिस ने भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। दरअसल, पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में जयपुर परकोटे में पैदल मार्च निकाला गया। बालमुकुंद आचार्य और उनके समर्थक प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए। मामला तब हिंसक हो गया जब विधायक बालमुकुंद आचार्य ने जामा मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाए, जिसका वीडियो वायरल हो गया।
फिलहाल स्थिति सामान्य, कांग्रेस विधायक ने सरकार से की मांग
इसके बाद सुबह से ही जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद के बाहर एसटीएफ और पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए। फिलहाल स्थिति सामान्य है और पुलिस सतर्क है। इस बीच, कांग्रेस विधायक रफीक खान ने भी राजस्थान सरकार से इस मामले में विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
देर रात इलाके में भीड़ जमा हो गई।
कई प्रयासों के बाद क्षेत्र को खाली कराया गया।
मामला गरमाने पर कांग्रेस विधायक रफीक खान और अमीन कागजी ने भी भीड़ को शांत करने की कोशिश की। दोनों विधायकों सहित मस्जिद समिति के सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ से मुलाकात की। बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। काफी प्रयास के बाद भीड़ ने दोनों की बात मानी और जामा मस्जिद तथा बडी चॉपर सहित पूरे इलाके को खाली करा दिया।
विपक्षी नेता ने मुख्यमंत्री से की अपील
वहीं, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी मुख्यमंत्री से अपील की। शनिवार सुबह मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि वे विधायकों पर लगाम लगाएं, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और आपसी भाईचारा कायम रहे। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरा देश शोक में है और हर भारतीय कार्रवाई की मांग कर रहा है। ऐसी घटनाएं बार-बार होती हैं और हमारे जवान और लोग बिना किसी कारण के मारे जाते हैं।"
जूली ने कहा, "जनता और विपक्ष ने सरकार के हर फैसले का समर्थन करने का वादा किया है। फिर भी विधायक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा की गई ऐसी हरकतों के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाए?"
