Ajmer में चौथे फ्लोर से बेटे को फेंका, पति कूदा तो सिर के बल गिरा, दरगाह आई रेहाना की उजड़ गई दुनिया

राजस्थान के अजमेर के डिग्गी बाजार स्थित नाज़ होटल में गुरुवार सुबह करीब 8 बजे लगी भीषण आग में चार लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई, जिनमें पति-पत्नी और उनका 4 साल का मासूम बेटा शामिल है। एक अन्य परिवार दिल्ली से अजमेर दरगाह घूमने आया था। इस परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। रेहाना के पति मोहम्मद जाहिद की मौत हो चुकी है और उनका डेढ़ साल का बच्चा जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। रेहाना ने अपने मासूम बच्चे इब्राहिम को आग से बचाने के लिए उसे खिड़की से बाहर फेंक दिया।
अगले दिन मुझे दरगाह की तीर्थयात्रा पर जाना था।
अपने बच्चे को मौत से बचाने की कोशिश में रेहाना ने अपने पति मोहम्मद जाहिद को दुर्घटना में खो दिया। रेहाना नई दिल्ली से ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर जियारत करने आई थीं। लेकिन यात्रा से एक दिन पहले उनके परिवार के साथ यह दुखद दुर्घटना घटी।
रेहाना ने बताया कि वह अपने पति मोहम्मद जाहिद और दो मासूम बच्चों के साथ अजमेर के डिग्गी बाजार स्थित होटल 'नाज' में ठहरी हुई थी। उसने सुबह अपने परिवार के साथ मंदिर जाने की योजना बनाई थी, लेकिन कौन जानता था कि यह रात उसके जीवन की सबसे डरावनी रात बन जाएगी।
रेहाना का परिवार गहरी नींद में था।
गुरुवार सुबह करीब आठ बजे एक होटल के कमरे में अचानक हंगामा मच गया। जब रेहाना और उसका परिवार गहरी नींद में सो रहा था, अचानक कमरे में धुआं भरने लगा। जैसे ही मैंने दरवाजा खोला और बाहर देखा तो चारों तरफ धुआं ही धुआं था। उसने सोचा कि होटल में आग लग गई है। आनन-फानन में उन्होंने बच्चों को संभालते हुए बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन रास्ता पूरी तरह से अवरुद्ध था।
खिड़की से कूदकर सिर के बल गिरने से पति की मौत
रेहाना के पति ने किसी तरह खिड़की का शीशा तोड़ दिया ताकि वे बाहर निकल सकें। इसके बाद उसने सबसे पहले बिस्तर और चादरें नीचे फेंकी और चिल्लाया भी ताकि नीचे खड़े लोग बिस्तर पकड़ लें और वह उसमें कूद जाए। अपने बेटे को बचाने के लिए उसने उसे चादर में लपेटा और जमीन पर फेंक दिया, लेकिन उसके सिर पर गंभीर चोट लग गई। पति भी बचाने के लिए कूदा तो वह तार में फंसकर नीचे गिर गया। सिर के बल गिरने से उसकी मृत्यु हो गई।
रिहाना काफी देर तक चौथी मंजिल के किनारे पर लटकी रही।
रेहाना खिड़की से बाहर निकलने की कोशिश करते समय चौथी मंजिल के किनारे पर लटकी रह गई। वह मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन मदद बहुत देर से पहुंची। इस बीच, रेहाना के बेटे इब्राहिम की हालत गंभीर बनी हुई है। रिहाना को होटल के कर्मचारियों ने सीढ़ी लगाकर बचाया, हालांकि वह भी दुर्घटना में जल गई थी। अस्पताल की आपातकालीन इकाई में रेहाना बार-बार अपने बेटे के लिए प्रार्थना करती देखी गई।