Sharad Purnima 2024: आखिर कब और क्यों मनाई जाती है शरद पूर्णिमा, वीडियो में देखें क्या हैं इस पर्व की मान्यताएं
राजस्थान न्यूज डेस्क !!! सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है। आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस त्यौहार को भक्त बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। साथ ही शुभ मुहूर्त में गंगा स्नान और दान भी करते हैं। इसके बाद भगवान विष्णु जी की विधिवत पूजा करते हैं। धार्मिक मत है कि ऐसा करने से जातक को जीवन में शुभ फल प्राप्त होते हैं। साथ ही सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा कार्यों में आने वाली बाधाओं से छुटकारा मिलता है।
मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के अवसर पर चंद्रमा की किरणों से अमृत बरसता है, जिसे अमृत काल कहा जाता है। इसलिए इस त्योहार की रात को चंद्रमा की रोशनी में खीर रखी जाती है (Sharad Purnima khier Time) और अगले दिन इसका सेवन किया जाता है। इससे व्यक्ति के भाग्य में वृद्धि होती है। क्या आप जानते हैं शरद पूर्णिमा का त्योहार कब और क्यों मनाया जाता है? अगर आप नहीं जानते तो आइए जानते हैं इसका कारण।
यही कारण है
पंचांग के अनुसार हर साल आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा मनाई जाती है. धार्मिक मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा की किरणों से अमृत बरसता है। इसीलिए पूर्णिमा की रात को चंद्रमा की रोशनी में खीर रखी जाती है। इसके सेवन से साधक को शांति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। इसके अलावा इस दिन दीपक जलाने से जीवन की सभी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इन सभी कारणों से शरद पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है।
शरद पूर्णिमा 2024 तिथि और शुभ समय (शरद पूर्णिमा 2024 तिथि और समय)
पंचांग के अनुसार आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि 16 अक्टूबर को रात 08:40 बजे शुरू होगी. वहीं यह तिथि अगले दिन यानी 17 अक्टूबर को शाम 04:55 बजे समाप्त होगी. ऐसे में शरद पूर्णिमा का त्योहार 16 अक्टूबर (Sharad Purnima 2024 Date) को मनाया जाएगा. इस दिन चंद्रोदय शाम 05 बजकर 05 मिनट पर होगा.
शरद पूर्णिमा 2024 शुभ मुहूर्त (Sharad Purnima 2024 Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 42 मिनट से 05 बजकर 32 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 01 मिनट से 02 बजकर 47 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 50 मिनट से 06 बजकर 15 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - 17 अक्टूबर को रात्रि 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक
