हरियाणा पुलिस की टीमों पर गंभीर आरोप, फुटेज में समझें जोधपुर-राजसमंद में धमकाकर वसूली, एसीबी ने 9 लाख रुपए बरामद किए
राजस्थान में बाहरी राज्यों से आई पुलिस टीमों द्वारा अवैध वसूली का बड़ा मामला सामने आया है। जोधपुर और राजसमंद में हरियाणा से आई पुलिस की टीमों ने आरोपियों को धमकाकर करीब 9 लाख रुपए वसूल लिए। इस मामले में राजस्थान एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग जगहों से वसूली की रकम बरामद की है और हरियाणा पुलिस के एक एएसआई को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
एसीबी को इनपुट मिला था कि हरियाणा के गुरुग्राम और सिरसा से दो पुलिस टीमें राजस्थान पहुंची हैं, जो साइबर अपराध के नाम पर लोगों को डराकर अवैध रूप से पैसे वसूल रही हैं। सूचना के आधार पर एसीबी की टीमों ने जाल बिछाया और शनिवार देर रात बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया।
कुचामन में हरियाणा पुलिस की गाड़ी से 6 लाख बरामद
एसीबी अजमेर यूनिट ने शनिवार देर रात कुचामन सिटी थाना क्षेत्र के त्रिशिंगिया इलाके में हरियाणा पुलिस की एक कार को रोककर तलाशी ली। तलाशी के दौरान गाड़ी से 6 लाख रुपए नकद बरामद किए गए। यह कार सिरसा साइबर क्राइम थाने की टीम की बताई जा रही है।
एसीबी एसपी महावीर सिंह ने बताया कि यह टीम राजसमंद से सिरसा लौट रही थी। गाड़ी में सिरसा साइबर क्राइम थाने के सब-इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह भी सवार थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह राशि राजसमंद क्षेत्र में आरोपियों को धमकाकर वसूली गई थी। फिलहाल एसीबी टीम आरोपियों से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इस वसूली में और कौन-कौन शामिल था।
जोधपुर में ASI तीन लाख लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
इसी मामले से जुड़ी एक अन्य कार्रवाई में जोधपुर एसीबी ने इससे कुछ समय पहले गुरुग्राम क्राइम ब्रांच के एएसआई को तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। एसीबी की टीम ने आरोपी एएसआई को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह पीड़ित से पैसे ले रहा था।
जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम से आई यह टीम जोधपुर में कुछ लोगों को साइबर केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे मांग रही थी। शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने सत्यापन किया और ट्रैप की कार्रवाई कर आरोपी एएसआई को दबोच लिया।
जांच के घेरे में पूरी टीम
एसीबी अधिकारियों का कहना है कि यह मामला बेहद गंभीर है, क्योंकि इसमें एक राज्य की पुलिस द्वारा दूसरे राज्य में आकर अवैध वसूली की गई है। फिलहाल एसीबी दोनों मामलों को आपस में जोड़कर जांच कर रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इस तरह की वसूली पहले भी की गई है और इसमें कितने पुलिसकर्मी शामिल हैं।
