Aapka Rajasthan

सवाई माधोपुर पुलिस का साइबर अपराध पर सख्त अभियान, 75 अपराधी गिरफ्तार, 35 करोड़ के लेनदेन का खुलासा

सवाई माधोपुर पुलिस का साइबर अपराध पर सख्त अभियान, 75 अपराधी गिरफ्तार, 35 करोड़ के लेनदेन का खुलासा
 
सवाई माधोपुर पुलिस का साइबर अपराध पर सख्त अभियान, 75 अपराधी गिरफ्तार, 35 करोड़ के लेनदेन का खुलासा

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। पिछले तीन महीनों में चलाए गए “ऑपरेशन एंटीवायरस” के तहत जिले की पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। इस अभियान में 60 प्रकरण दर्ज किए गए और 75 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।

जांच में खुलासा: करोड़ों का लेनदेन

पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए अपराधियों के खातों की जांच में करीब 35 करोड़ रुपए के लेनदेन सामने आए हैं। इनमें साइबर ठगी, ऑनलाइन धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा शामिल है। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई जिले में साइबर अपराध के खिलाफ एक नया मानक स्थापित करेगी।

साइबर ठगी से खरीदी गई कार कुर्क

सवाई माधोपुर पुलिस ने साइबर ठगी से प्राप्त आय से खरीदी गई एक लग्जरी कार को भी कुर्क किया है। यह जिले में ऐसी पहली कार्रवाई है, जिसमें साइबर अपराध से हुई कमाई के खिलाफ सीधे संपत्ति जब्त की गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इससे अपराधियों को यह संदेश मिलेगा कि उनकी अवैध कमाई सुरक्षित नहीं रहेगी।

ऑपरेशन एंटीवायरस की प्रक्रिया

पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन एंटीवायरस में ऑनलाइन मॉनिटरिंग, डिजिटल फॉरेंसिक जांच और सूचना तंत्र का इस्तेमाल किया गया। साइबर सेल की टीम ने सोशल मीडिया, ऑनलाइन बैंकिंग ट्रांजेक्शन और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स की जांच कर अपराधियों तक पहुंच बनाई।

साइबर अपराधियों के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा और पुलिस ने नागरिकों से सावधान रहने और किसी भी संदेहास्पद ऑनलाइन गतिविधि की सूचना देने की अपील की है।

साइबर अपराधों के बढ़ते मामले

सवाई माधोपुर में पिछले कुछ सालों में साइबर ठगी और ऑनलाइन फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। विशेष रूप से सोशल मीडिया धोखाधड़ी, फिशिंग, फर्जी निवेश योजना और ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम आम हो गए हैं। पुलिस का कहना है कि इस तरह की जांच और गिरफ्तारी से अपराधियों में डर पैदा होगा और आम लोगों में जागरूकता बढ़ेगी।

भविष्य की रणनीति

पुलिस उपायुक्त ने कहा कि भविष्य में भी साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त और लगातार कार्रवाई जारी रहेगी। इसके साथ ही नागरिकों के लिए ऑनलाइन सुरक्षा से जुड़े वर्कशॉप और जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि साइबर अपराध केवल तकनीकी कार्रवाई से नहीं रुकता, बल्कि समाज और नागरिकों की सतर्कता भी जरूरी है।