कोटा में इंजीनियर के 4 लॉकर से 59 लाख रूपए बरामद, वीडियो में देखें प्रॉपर्टी और इन्वेस्टमेंट के रिकॉर्ड खंगाल रही एसीबी

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की कार्रवाई में एक बार फिर सरकारी महकमे में फैले भ्रष्टाचार की परतें खुलती जा रही हैं। राजस्थान के पीडब्ल्यूडी विभाग के इंजीनियर अजय सिंह, जिन्हें हाल ही में 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था, के चार बैंक लॉकरों की तलाशी में एसीबी को करीब 59 लाख रुपये नकद मिले हैं।
कोर्ट से आदेश मिलने के बाद खुलवाए गए लॉकर
जानकारी के अनुसार, ACB ने कोर्ट के आदेश के बाद सोमवार को अजय सिंह को बारां जेल से कोटा लाया, जहां उसकी उपस्थिति में चार बैंक लॉकरों की तलाशी ली गई। इस तलाशी में कुल मिलाकर 58.96 लाख रुपये नकद बरामद हुए। अधिकारियों ने बताया कि तलाशी की यह कार्रवाई पूरी तरह वीडियोग्राफ़ी के तहत की गई, ताकि कानूनी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।
रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया था अभियंता
अजय सिंह को कुछ सप्ताह पहले 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। ACB को शिकायत मिली थी कि वह ठेकेदार से एक सरकारी निर्माण कार्य के भुगतान को पास करने के बदले रिश्वत की मांग कर रहा है। योजना बनाकर ACB की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ा और केस दर्ज किया।
बरामद नकदी ने खोले कई सवाल
59 लाख रुपये की नकदी की बरामदगी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ACB अधिकारियों का मानना है कि यह रकम भ्रष्टाचार से अर्जित की गई हो सकती है। अब इस रकम के स्रोत, बैंक ट्रांजैक्शन्स और संपत्तियों की जांच की जा रही है। इसके अलावा अजय सिंह के अन्य ठिकानों और संपत्तियों की भी जांच की जा रही है।
आगे की कार्रवाई
ACB अब प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत अजय सिंह की अवैध संपत्तियों को जब्त करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। साथ ही, बैंक खातों और लॉकरों के अलावा परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों की वित्तीय स्थिति की भी जांच की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं।
आम जनता में रोष, अधिकारियों में हलचल
इस खुलासे के बाद आम जनता के बीच नाराजगी का माहौल है, जबकि सरकारी विभागों में ACB की सख्ती से हलचल मची हुई है। लगातार हो रही गिरफ्तारियों ने यह संदेश दे दिया है कि भ्रष्टाचार करने वालों पर अब शिकंजा कसता जा रहा है।