जयपुर में RAS अधिकारी की गोली मारकर हत्या, आरोपी ने थाने में किया आत्मसमर्पण
राजस्थान की राजधानी जयपुर के बगरू थाना क्षेत्र में आज सुबह एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां श्रम विभाग में तैनात RAS अधिकारी शंकर लाल को गोलियों से भून दिया गया। यह घटना बगरू टोल नाके के पास स्थित वाटिका इंफोसिटी में घटी, जिसने इलाके में हड़कंप मचा दिया। शंकर लाल की हत्या के बाद आरोपी ने आत्मसमर्पण करने के लिए फुलेरा थाने का रुख किया और वहां जाकर खुद को पुलिस के हवाले कर दिया।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आरोपी अजय कटारिया, जो कि RAC (Rajasthan Armed Constabulary) का जवान बताया जा रहा है, दिल्ली में तैनात था। घटनास्थल पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लिया, जबकि आरोपी को थाने ले जाकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी और शंकर लाल के बीच किसी पुरानी रंजिश के कारण यह हत्या की घटना सामने आई है, हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने इलाके में नाकेबंदी कर दी और सख्त जांच शुरू कर दी है। कई टीमों को मौके पर भेजकर घटना के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी का आत्मसमर्पण घटनास्थल से करीब कुछ किलोमीटर दूर फुलेरा थाने में हुआ।
जयपुर के बगरू थाना क्षेत्र में हुई यह हत्या न केवल पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है, बल्कि पूरे इलाके में डर और दहशत का माहौल भी बना दिया है। स्थानीय लोग इस घटना को लेकर हैरान हैं और घटना की वजह जानने के लिए तत्तकाल पुलिस अधिकारियों से जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
शंकर लाल को गोली मारे जाने के बाद इस हत्या के पीछे क्या कारण हो सकते हैं, इस पर विभिन्न अनुमान लगाए जा रहे हैं। एक ओर जहां यह माना जा रहा है कि यह व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम हो सकता है, वहीं पुलिस ने इसे आपसी विवाद की संभावना से भी इंकार नहीं किया है।
वहीं, पुलिस ने आरोपी के आत्मसमर्पण को लेकर भी सवाल उठाए हैं, क्योंकि ऐसी घटना के बाद आम तौर पर आरोपी भाग जाते हैं, जबकि इस मामले में आरोपी ने खुद को पुलिस के सामने प्रस्तुत किया। पुलिस द्वारा इस घटनाक्रम की जांच की जा रही है और आरोपी से पूछताछ जारी है।
आगे की कार्रवाई:
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। साथ ही, जांच टीम ने इस मामले में किसी भी अन्य कड़ी को जोड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों का भी अध्ययन करना शुरू कर दिया है।
राज्य के पुलिस विभाग और स्थानीय प्रशासन की टीमों के साथ-साथ राज्य के श्रम विभाग के अधिकारियों ने भी इस घटना को लेकर शोक व्यक्त किया है और न्याय की मांग की है। शंकर लाल की हत्या से न केवल उसके परिवार, बल्कि पूरे विभाग को गहरा धक्का लगा है।
