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Jaipur 6 अक्टूबर को होगा राम विवाह का मंचन, निकाली जाएगी शोभायात्रा

 
Jaipur 6 अक्टूबर को होगा राम विवाह का मंचन, निकाली जाएगी शोभायात्रा

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर 70 वर्षों से अनवरत चली आ रही रामलीला कोरोना के कारण चार वर्षों तक बंद रही। अब नवरात्रि में चार वर्षों के बाद जयपुर के ऐतिहासिक रामलीला मैदान न्यू गेट पर रामलीला का आयोजन होगा। नवरात्रि के पहले दिन 3 अक्टूबर को गणेश पूजा के बाद राम जन्म का मंचन होगा। नवरात्रि में प्रतिदिन श्री रामचरित मानस पर आधारित दोहे और चौपाइयों के साथ रामलीला के अलग-अलग संवाद होंगे। इस बार खास यह रहेगा कि 6 अक्टूबर को राम बारात और राम विवाह के मंचन से पहले शहर में पहली बार प्राचीन श्री रामचंद्र जी मंदिर चांदपोल से रामलीला मैदान तक राम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न की शोभायात्रा निकाली जाएगी। शहरवासी राम जी की शोभायात्रा के साक्षी बनेंगे। 12 अक्टूबर को दशहरा पर रावण वध, भरत मिलाप, श्रीराम राज्याभिषेक के मंचन के दिन 50 फीट के रावण के पुतले का दहन किया जाएगा।

इस बार यह आयोजन श्री सनातन धर्म महोत्सव समिति के नेतृत्व में होगा। सोमवार को पिंक सिटी प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में समिति पदाधिकारियों ने बताया कि 6 अक्टूबर को श्री रामचंद्र जी के मंदिर से राम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न की शोभायात्रा प्रारंभ होगी, जो छोटी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार, बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार, बापू बाजार, न्यू गेट होते हुए रामलीला मैदान पहुंचेगी। इस रामलीला महोत्सव से विभिन्न सांस्कृतिक और सामाजिक संगठनों के साथ ही गणमान्य नागरिकों को जोड़ा गया है। प्रतिदिन रामलीला का मंचन देखने के लिए साधु-संत भी पहुंचेंगे। महोत्सव के प्रचार-प्रसार के लिए संस्था के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जयपुर के विभिन्न मंदिरों और सामाजिक संगठनों की ओर से पोस्टर भी जारी किए जा रहे हैं। लोगों को आमंत्रित भी कर रहे हैं। रामलीला में रामायण के प्रसंग का मंचन करने के लिए मथुरा से भारत के प्रसिद्ध कलाकारों की टीम आएगी।

नवरात्रि के दौरान प्रतिदिन इस रामलीला का मंचन होगा

{3 अक्टूबर को गणेश पूजन, नारद मोह लीला, राम जन्म।

{4 अक्टूबर को विश्वामित्र आगमन, अहिल्या उद्धार, ताड़का वध, पुष्प वाटिका।

{5 अक्टूबर को धनुष यज्ञ, लक्ष्मण परशुराम संवाद।

{6 अक्टूबर को राम बारात और राम विवाह।

{7 अक्टूबर को दशरथ कैकेयी संवाद, वन गमन, भरत का आगमन, सुमत की विदाई, केवट लीला, दशरथ मरण।

{8 अक्टूबर को भरत मिलन, सीता हरण।

{9 अक्टूबर को शबरी मिलन, हनुमान मिलन, बाली वध आदि का मंचन होगा।

{10 अक्टूबर को रामेश्वर की स्थापना, अंगद रावण संवाद, विभीषण की सरण गति।

{11 अक्टूबर को कुंभकरण वध, लक्ष्मण शक्ति मेघनाथ का वध।

{12 अक्टूबर को अहिरावण, रावण वध, भरत मिलाप, श्रीराम का राज्याभिषेक।

रामलीला महोत्सव में दिखेगा भव्य और आधुनिक स्वरूप

युवा पीढ़ी और छोटे बच्चों को रामलीला से जोड़ने के लिए इस बार रामलीला मैदान में आधुनिक स्वरूप भी दिखेगा। यहां लगने वाले मेले में खान-पान के स्टॉल, बच्चों के लिए मनोरंजक झूले और अन्य सुविधाएं होंगी। बैठने के लिए कुर्सियां ​​लगाई जाएंगी। शुक संप्रदाय के प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि समिति के संरक्षण मंडल में त्रिवेणी धाम के रामरिछपाल दास महाराज, शुक संप्रदाय के पीठाचार्य अलबेली माधुरी शरण महाराज, काले हनुमानजी मंदिर के महंत गोपाल दास महाराज, गोविंद देवजी महंत अंजन कुमार गोस्वामी, सुरेंद्र गोलेछा शामिल हैं। पोस्टर विमोचन के दौरान सांसद मंजू शर्मा, ग्रेटर निगम उप महापौर पुनीत कर्णावट, पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल, समिति के उपाध्यक्ष नवनीत अग्रवाल, भगवती प्रसाद चौधरी मौजूद थे।