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राजस्थान फिर उठे सियासी चर्चे, अब दो 'भाटियों' की मुलाकात की खबर आयी सामने, Congress में हड़कंप

 
राजस्थान फिर उठे सियासी चर्चे, अब दो 'भाटियों' की मुलाकात की खबर आयी सामने, Congress में हड़कंप 

जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान की सियासत के दो चर्चित ‘भाटी’ जब एक जगह पर नज़र आएं, तो चर्चा भी होती है और खबर भी बनती है। ऐसा ही वाक्या हुआ जैसलमेर में, जब भाजपा के वरिष्ठतम नेताओं में से एक देवी सिंह भाटी और बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी के बीच मुलाक़ात हुई। दोनों ‘भाटी’ नेताओं के बीच जैसलमेर में हुई इस ‘अनौपचारिक’ और ‘शिष्टाचार’ मुलाक़ात की चर्चाएं अब राजनीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक में होने लगी हैं। वहीं इस मुलाक़ात की तस्वीरें जमकर वायरल भी हो रही हैं।

कब-कहां-क्यों हुई मुलाक़ात?

भाजपा के वरिष्ठ नेता देवी सिंह भाटी और निर्दलीय नेता रविंद्र सिंह भाटी की मुलाक़ात दरअसल जैसलमेर स्थित किसान व भाजपा नेता हाथी सिंह मूलाना के आवास पर हुई। ये मुलाकात आखातीज के मौके पर एक आयोजन के दौरान शुक्रवार को हुई है।

चर्चाओं में रहे दोनों भाटी

चाहे देवी सिंह भाटी हों या रविंद्र सिंह भाटी, दोनों की पहचान दबंग नेताओं की है। देवी सिंह की गिनती भाजपा के कद्दावर नेताओं की फेहरिस्त में होती हैं। हालांकि संगठन की कार्यशैली से नाराज़ होकर वे एक बार पार्टी छोड़ने तक का कदम उठा चुके हैं, लेकिन बीते विधानसभा चुनाव 2023 से ऐन पहले उन्होंने घर वापसी कर ली। इधर, रविंद्र सिंह भाटी बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक हैं। विधायक रहते हुए वे बाड़मेर-जैसलमेर सीट से निर्दलीय ही लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। युवा नेतृत्व, आक्रामक भाषण और मिलनसार व्यक्तित्व के कारण वे लोगों के बीच पसंदीदा नेताओं में से एक हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तो रविंद्र छाए रहते हैं।

इस वजह से ‘दिग्गज’ हैं देवी सिंह

देवी सिंह भाटी के राजनीतिक कद का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे बीकानेर की कोलायत विधानसभा सीट से एक-दो बार नहीं, बल्कि सात बार विधायक रह चुके हैं। वे पूर्ववर्ती भैरों सिंह शेखावत से लेकर वसुंधरा राजे सरकार तक के दौरान मंत्री भी रहे। वे पहली बार 1980 में कोलायत सीट से विधायक बने थे। फिर 2008 तक हुए हर विधानसभा चुनाव में लगातार जीतते रहे। लेकिन 2013 में वे चुनाव हार गए। देवी सिंह भाटी भैरों सिंह सरकार में मंत्री रहते हुए एक आईएएस अफसर को थप्पड़ मामले में भी सुर्ख़ियों में रहे थे।

… इधर कांग्रेस का ‘मिलीभगत’ का आरोप

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश चौधरी एक बार फिर निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी पर हमलावर हुए हैं। उन्होंने एक टीवी चैनल को दिए हालिया इंटरव्यू में भाटी पर निशाना साधते हुए उन्हें भाजपा की ही ‘बी’ टीम बताया है। चौधरी ने कहा कि रविंद्र सिंह भाजपा के ही उम्मीदवार हैं। वे ना तो कभी भाजपा के कामों का विरोध जताते हैं ना ही प्रधानमंत्री को लेकर कोई बयान देते हैं।