Aapka Rajasthan

CM भजनलाल शर्मा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की तैयारी, PCC चीफ के इस एलान से राजस्थान की सियासत में उथल-पुथल

 
CM भजनलाल शर्मा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की तैयारी, PCC चीफ के इस एलान से राजस्थान की सियासत में उथल-पुथल 

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बड़ा बयान दिया है। जयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए डोटासरा ने कहा कि आने वाले दिनों में जब विधानसभा का सत्र होगा, तब कांग्रेस मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाएगी। डोटासरा ने कहा कि सदन में मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए बयान का पालन नहीं करना गंभीर मामला है। सदन में वे जो कहते हैं, वह महत्वपूर्ण होता है। उसका अनिवार्य रूप से पालन होना चाहिए। अगर उसका पालन नहीं होता है तो यह विशेषाधिकार हनन का मामला बनता है। इस बारे में पार्टी नेताओं से चर्चा कर आगामी सत्र में विशेषाधिकार प्रस्ताव लाया जाएगा।

सीएम ने विधायकों की राय पर काम करने की बात कही थी
डोटासरा ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने विकास कार्यों में स्थानीय विधायक की राय को लेकर सवाल पूछा था। उनके जवाब में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने खड़े होकर जवाब दिया था कि स्थानीय विधायकों की राय को पूरा महत्व दिया जाएगा। उनकी राय और अनुशंसा के अनुसार ही क्षेत्र में सड़कें स्वीकृत की जाएंगी। अन्य विकास कार्यों के लिए भी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की अनुशंसा को विशेष महत्व दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। डोटासरा ने कहा कि भाजपा के हारे हुए नेता सड़कों का फैसला कर रहे हैं। जिला प्रशासन के अधिकारी उनके सुझाए कार्यों को प्राथमिकता दे रहे हैं। कांग्रेस के निर्वाचित विधायकों से कोई राय नहीं ली जा रही है। उन्हें सरकारी कार्यक्रमों में भी नहीं बुलाया जा रहा है।

परिसीमन में भाजपा मनमानी कर रही है
डोटासरा ने कहा कि इन दिनों स्थानीय निकायों के पुनर्गठन का काम चल रहा है। इस परिसीमन काम में भी भाजपा नेता मनमानी कर रहे हैं। स्थानीय नेताओं और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों से राय नहीं ली जा रही है। भाजपा के हारे हुए नेता ही तय कर रहे हैं कि निकायों का परिसीमन कैसे हो। डोटासरा ने कहा कि सदन में मुख्यमंत्री कहते हैं कि सभी विधायकों को समान सम्मान मिलेगा, लेकिन सदन के बाहर उनकी बातों का कोई असर नहीं होता। अधिकारी सरकार के दबाव में हैं और हारे हुए नेताओं की बातों को महत्व दे रहे हैं।