राजस्थान में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों के लिए बदलेगा पूरा सिलेबस, जानिए नई किताबों में क्या-कुछ नया सीखेंगे बच्चे

नई शिक्षा नीति की तरह ही राजस्थान के स्कूल-कॉलेजों में बच्चों और विद्यार्थियों को शिक्षित करने के लिए लगातार नए-नए नवाचार किए जा रहे हैं। इसी तरह राजस्थान के स्कूलों में कक्षा 1 से 5वीं तक के बच्चों के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। जल्द ही कक्षा 1 से 5वीं तक के 32 लाख विद्यार्थियों की 18 पुस्तकें बदली जाएंगी और इस वर्ष नए सत्र 2025-26 में पहली से 5वीं तक का नया पाठ्यक्रम तैयार किया गया है।आपको बता दें कि शिक्षा विभाग के अनुसार बच्चों की प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप से लेकर छत्रपति शिवाजी जैसे भारत के वीर योद्धाओं और सुभाष चंद्र बोस से लेकर वल्लभभाई पटेल जैसे क्रांतिकारियों और महापुरुषों के बारे में पढ़ाया जाएगा।
पाठ्यक्रम में मिलेंगी ये रोचक जानकारियां यह पाठ्यक्रम आरएससीआईटी उदयपुर द्वारा तैयार किया गया है, जिसे इसी सत्र से लागू किया जाएगा। इस सत्र से कक्षा 5 तक पहुंचने तक बच्चों को नए पाठ्यक्रम में वीर दुर्गादास, महाराणा प्रताप, दयानंद सरस्वती, छत्रपति शिवाजी जैसे महापुरुषों की जीवन गाथाएं भी पढ़ने को मिलेंगी। नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम के अनुसार, बच्चों को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि भारतीय संस्कृति, इतिहास, वीर योद्धाओं की वीरता और अपने देश और राज्य की भौगोलिक विशेषताओं के बारे में व्यावहारिक और रोचक जानकारी भी पाठ्यक्रम में शामिल की जाएगी। आपको बता दें कि राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, उदयपुर द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार, कक्षा 1 से 5 तक के पाठ्यक्रम में प्रारंभिक शिक्षा में स्थानीय भाषा या मातृभाषा को शामिल किया गया है।
अब इन विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है आपको बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किए गए पाठ्यक्रम में, विशेष रूप से कक्षा 3 से 5 तक, बच्चे विभिन्न विषयों और महत्वपूर्ण लोगों के जीवन के बारे में पढ़ेंगे। कक्षा तीन के पाठ्यक्रम में बच्चे होली-दिवाली जैसे धार्मिक त्योहार, पर्यावरण संरक्षण, खेजड़ली का बलिदान, लोकतंत्र की पहली सीढ़ी जैसे विषयों को पढ़ना शुरू करेंगे। वहीं, कक्षा 4 के बच्चे वीर दुर्गादास, महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धाओं को पढ़ेंगे। कक्षा 5 के बच्चे गोविंद गुरु, दयानंद सरस्वती, छत्रपति शिवाजी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल को पढ़ना शुरू करेंगे। इसके साथ ही बच्चे पाठ्यक्रम में भारत की नदियों, चंद्रयान मिशन के बारे में भी जानकारी पढ़ सकेंगे। आपको बता दें कि शिक्षा विभाग राजस्थान में कक्षा 1 से 12 तक के पाठ्यक्रम में बदलाव करने की तैयारी कर रहा है। सबसे पहले 5वीं तक का पाठ्यक्रम इसी साल से शुरू होगा। इसके बाद अगले सत्र 2026-27-28 तक लगातार पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा।
5वीं तक की इन किताबों के बदलेंगे नाम
आपको बता दें कि राजस्थान में पहली से 5वीं तक के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है, जिसके तहत कक्षा 1 से 5वीं तक की विभिन्न विषयों की सभी किताबों के नाम बदल दिए गए हैं। कक्षा 1 में हिंदी, अंग्रेजी और गणित की किताबों के नाम क्रमश: नन्हे कदम भाग-1, नन्हे सीखो भाग-1, गिनी का खेल भाग-1 रखे गए हैं। इसी तरह कक्षा 2 के लिए हिंदी, अंग्रेजी और गणित की किताबों के नाम नन्हे कदम भाग-2, छोटे विद्यार्थी भाग-2, गिनी का खेल भाग-2 रखे गए हैं। इसी तरह कक्षा 3 के लिए हिंदी सुमन भाग-1, अंग्रेजी में कदम भाग-1, एकतारा भाग-1 और पर्यावरण की किताब का नाम हमारा परिवेश भाग-1 रखा गया है। इन किताबों के अलग-अलग भाग 2-3 के साथ ही कक्षा 4 और 5 की किताबों के नाम भी बदले गए हैं।
राजस्थान में बोर्ड और परिषदें करती हैं तैयारी
आपको बता दें कि राजस्थान में कक्षा 1 से 8 तक का पाठ्यक्रम RSCERT द्वारा तैयार किया जाता है। जबकि कक्षा 9 से 12 तक का पाठ्यक्रम राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा तैयार किया जाता है। राजस्थान में स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए राज्य स्तर पर पाठ्यक्रम समीक्षा समिति बनाई जाती है, जिसमें विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षाविद् और प्रोफेसर शामिल होते हैं, जो पूरे पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार करते हैं। राजस्थान में इस वर्ष स्कूलों के पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए शिक्षा विभाग ने स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम की समीक्षा के लिए पांच माह पहले राज्य स्तर पर पाठ्यक्रम समीक्षा समिति का गठन किया था, जिसने पांचवीं कक्षा तक का नया पाठ्यक्रम भी तैयार कर लिया है और जल्द ही इसका वितरण भी कर दिया जाएगा।