राजस्थान में 5 साल में भर्ती परीक्षाओं में हुए फर्जीवाड़े पर कसेगा शिकंजा, SOG ने तैयार की रणनीति

राजस्थान में पिछले पांच वर्षों में आयोजित भर्ती परीक्षाओं में हुई नकल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसओजी टीम ने इसके लिए रणनीति भी तैयार कर ली है। सोमवार (5 मई) को शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल की अध्यक्षता में शिक्षा संकुल परिसर में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में विशेष ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) द्वारा प्राप्त संदिग्ध मामलों की भी गहन समीक्षा की गई। चर्चा का मुख्य फोकस 15 दिसंबर 2018 से 15 दिसंबर 2023 तक पीटीआई (शारीरिक शिक्षा शिक्षक) भर्ती में संदिग्ध पाए गए अभ्यर्थियों पर रहा, जिन्होंने फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर अथवा अनुचित व अवैध तरीकों से नौकरी हासिल की थी।
इस अवसर पर विगत वर्षों में आयोजित पीटीआई सीधी भर्ती परीक्षाओं में झूठे दस्तावेज प्रस्तुत कर तथा अनुचित एवं अवैध साधनों का प्रयोग कर नियुक्तियां प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के विरुद्ध विस्तृत जांच कर कार्रवाई करने के संबंध में 9 मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
इन 9 मुद्दों पर हुई चर्चा
1. पीटीआई भर्ती 2022 में चयनित 243 अभ्यर्थियों के संबंध में विभाग द्वारा की गई कार्रवाई।
2. विभिन्न पदों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में उपस्थित होने वाले फर्जी/डमी उम्मीदवारों की पहचान सुनिश्चित करना।
3. मेडिकल बोर्ड द्वारा जांच के बाद विकलांगता प्रमाण पत्र में विकलांगता प्रतिशत और विकलांगता में अंतर।
4. खेल प्रमाण पत्रों के सत्यापन/मान्यकरण के संबंध में।
5. निजी विश्वविद्यालयों द्वारा बी.पी.एड./डी.पी.एड./बी.एड./डी.एल.एड. में सीधे प्रवेश देकर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम संचालित किये जाने के सम्बन्ध में। बिना परामर्श के.
6. एनसीटीई द्वारा निर्धारित मानदण्डों के विपरीत जाकर स्नातक में अंक न होने के बावजूद निजी विश्वविद्यालयों द्वारा बी.पी.एड. में प्रवेश दिए जाने के संबंध में।
7. पूर्व शिक्षा डिग्रियों जैसे बी.एड./बी.पी.एड./एम.पी.एड./डी.पी.एड. के केन्द्रीय पंजीयन एवं सत्यापन की व्यवस्था किये जाने के संबंध में। वगैरह।
8. 15 दिसम्बर 2018 से 15 दिसम्बर 2023 के मध्य हुई भर्तियों में नियुक्त कर्मचारियों के दस्तावेज सत्यापन के पश्चात संदिग्ध पाए गए अभ्यर्थियों की जांच पूर्ण करना।