राजस्थान शिक्षा विभाग ने 42 अधिकारियों पर कसा शिकंजा, समय पर कार्यग्रहण न करने पर की कार्रवाई
राजस्थान शिक्षा विभाग ने अपने अधिकारियों के प्रति कड़ा रुख अपनाया है। विभाग ने उन 42 शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है जिन्होंने समय पर कार्यग्रहण (दायित्व संभालने) में लापरवाही बरती। यह कदम शिक्षा प्रशासन में जवाबदेही और अनुशासन बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई विशेष रूप से उन अधिकारियों के खिलाफ की गई है जिन्होंने नियुक्ति के बाद समय पर अपने पदभार का कार्यभार ग्रहण नहीं किया। ऐसे अधिकारियों की उपस्थिति और जिम्मेदारी निभाने में अनियमितता को देखते हुए विभाग ने यह निर्णय लिया।
सख्त कार्रवाई के तहत क्या हुआ
सूत्रों के मुताबिक, इन 42 अधिकारियों के खिलाफ विभाग ने आधिकारिक नोटिस जारी किया और उनकी प्रोन्नति, वेतनवृद्धि तथा अन्य प्रशासनिक सुविधाओं को रोक दिया गया है। साथ ही, यह भी कहा गया है कि यदि भविष्य में ऐसे किसी भी अधिकारी द्वारा फिर से कार्य में विलंब या लापरवाही की जाती है, तो उसके खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
विभाग का कहना
राजस्थान शिक्षा विभाग के अधिकारी ने बताया कि शिक्षा प्रशासन में समय पर कार्यग्रहण अत्यंत आवश्यक है। “हमारे देश में शिक्षा का स्तर ऊँचा उठाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन समय पर करना चाहिए। जो अधिकारी इसमें लापरवाही करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह सिर्फ दंड नहीं, बल्कि एक संदेश है कि हम जवाबदेही पर भरोसा करते हैं,” अधिकारी ने कहा।
प्रभाव और संदेश
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम राज्य में शिक्षा प्रशासन में अनुशासन और जवाबदेही को मजबूती देगा। समय पर कार्यग्रहण न करने वाले अधिकारी केवल अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं रहते, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता पर भी असर डालते हैं। ऐसे में विभाग की यह कार्रवाई अन्य अधिकारियों के लिए चेतावनी के रूप में देखी जा रही है।
पिछले मामलों का हवाला
इससे पहले भी राजस्थान में कुछ अधिकारियों के समय पर कार्यग्रहण न करने की घटनाएं सामने आई थीं, जिसके चलते विभाग ने उन्हें नोटिस जारी किए थे। हालांकि इस बार यह कार्रवाई बड़े पैमाने पर हुई है, जिसमें 42 अधिकारी शामिल हैं। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि शिक्षा विभाग अब किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगा।
