900 करोड़ के घोटाला मामले में गहलोत सरकार के के और मंत्री पर गिरी गाज, गिरफ्तारी से कांग्रेस में हड़कंप
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री महेश जोशी को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। 900 करोड़ के घोटाले के मामले में महेश जोशी से पूछताछ की जा रही थी। ईडी इससे पहले ठेकेदार पद्मचंद जैन, पीयूष जैन, महेश मित्तल और संजय बड़ाया को गिरफ्तार कर चुकी है। ईडी का आरोप है कि फर्जी कार्य अनुभव के आधार पर दिए गए वर्क ऑर्डर में मंत्री शामिल थे। मंत्री महेश जोशी के निर्देश पर संजय बड़ाया ने इन कंपनियों को फायदा पहुंचाया
जोशी का करीबी है संजय बड़ाया
ईडी ने अपनी जांच में कहा है कि संजय बड़ाया महेश जोशी का करीबी है और इस घोटाले में उसकी बड़ी भूमिका है। ईडी की रिपोर्ट में दर्ज है कि संजय मंत्री महेश जोशी के निर्देश पर ट्रांसफर पोस्टिंग और टेंडर संबंधी सभी काम देखता था। पीएचईडी के अधिशासी अभियंता विशाल सक्सेना ने अपने बयान में कहा था कि उसने एक बार महेश जोशी से मुलाकात कर जयपुर में ही अपनी पोस्टिंग रखने का अनुरोध किया था। तब महेश जोशी ने विशाल से कहा था कि इस तरह के काम विभाग के अधिशासी अभियंता संजय बड़ाया और संजय अग्रवाल देखते हैं। इसलिए वह उन दोनों से मिले। इसके बाद विशाल को गणपति ट्यूबवेल के फर्जी प्रमाण पत्र पर सकारात्मक सत्यापन रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया।
जांच में यह भी पता चला कि उसने कई ठेकेदारों से रिश्वत ली थी
ईडी के मुताबिक कई अन्य कर्मचारियों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि संजय महेश जोशी का करीबी था और विभाग से जुड़े ट्रांसफर, पोस्टिंग और टेंडर में उसकी भूमिका थी। जांच में यह भी पता चला कि उसने कई ठेकेदारों से रिश्वत ली थी। वह यह सारा काम मंत्री महेश जोशी के लिए करता था।
