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राजस्थान में बजट पर चर्चा शुरू, BJP विधायकों ने विधानसभा में खुद की ही सरकार को घेरा, विडिओ में देखे पूरा मामला

विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने अपने क्षेत्र में सड़क निर्माण में देरी सरकार को घेरा। शून्यकाल में बीजेपी विधायक जेठानंद व्यास ने प्राइवेट बिजली कंपनियों की मनमानी का मामला उठाया.....
 
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राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने अपने क्षेत्र में सड़क निर्माण में देरी सरकार को घेरा। शून्यकाल में बीजेपी विधायक जेठानंद व्यास ने प्राइवेट बिजली कंपनियों की मनमानी का मामला उठाया।

व्यास ने बीकानेर में बीकेसीएसल पर मनमानी का आरोप लगाते हुए जनता को परेशान करने का आरोप लगाया। इस पर स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा कि टाटा पावर अजमेर में बदमाशी कर रही है, उसके खिलाफ भी बहुत सी शिकायतें हैं, उस पर भी कार्रवाई कीजिए। बजट बहस के दौरान भजन मंडली का भी जिक्र हुआ. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा- ये भजन मंडली सदन का माहौल खराब करती है. बजट पर बहस के दौरान बीजेपी विधायक के दांत काटने पर हंगामा मच गया. मारवाड़ जंक्शन से बीजेपी विधायक केसाराम चौधरी बजट की तारीफ करते हुए कांग्रेस शासनकाल की खामियों का जिक्र कर रहे थे. इसी बीच कांग्रेस विधायकों ने हस्तक्षेप किया. इस पर उन्होंने कहा कि अगर तुम्हें ऐसे ही काटोगे तो मैं किसी को बोलने नहीं दूंगा.

राजाखेड़ा से कांग्रेस विधायक रोहित बोहरा ने केंद्र के समक्ष राज्य का बजट पेश करने पर सवाल उठाए. बोहरा ने कहा कि राज्य सरकार को बजट पेश करने की इतनी जल्दी है, पहले केंद्र सरकार का बजट तो आने दीजिए. आपका 46% राजस्व जीएसटी और केंद्रीय करों से आता है, आप इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते। अगर केंद्र सरकार शेयरिंग स्कीम लेकर आती है तो आप पैसा कहां से देंगे? बोहरा ने कहा कि ग्रामीण विकास का बजट 1000 करोड़ रुपए कम कर दिया गया है. 650 करोड़ का शहरी मनरेगा टैक्स 350 करोड़ और आप वाहवाही की उम्मीद कर रहे हैं. इस बजट से राजस्थान का कोई विकास नहीं होगा. सरकार माफी के नाम पर खेल कर रही है.

बीजेपी विधायक कुलदीप धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस राज में कई योजनाओं में उलझी हुई है. कांग्रेस शासनकाल में जल जीवन मिशन में किस तरह से गड़बड़ी हुई, इसकी जांच चल रही है। अगर यह जांच सही दिशा में चली और ऐसे ही चलती रही तो आने वाले दिनों में कई कांग्रेस नेता जेल में होंगे. कांग्रेस राज में बजट के दौरान की गई घोषणाएं जमीन पर नहीं उतरीं। इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान बीजेपी विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने अपने क्षेत्र में सड़क निर्माण में देरी को लेकर सरकार की आलोचना की. वहीं, श्रीचंद कृपलानी ने कहा कि एक तरफ सरकार जनसंख्या नियंत्रण की बात करती है, वहीं ऐसे इलाकों में कम आबादी का हवाला देकर सड़क-अस्पताल तक नहीं बनवाती.

शून्यकाल में भाजपा विधायक जेठानंद व्यास ने निजी बिजली कंपनियों की मनमानी का मुद्दा उठाया. व्यास ने बीकानेर में बीकेसीएसएल पर मनमानी और जनता को परेशान करने का आरोप लगाया. अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि अजमेर में टाटा पावर के खिलाफ कई शिकायतें हैं, उन पर भी कार्रवाई करें. ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। गुरुवार की बहस के बाद विधानसभा शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. अब तीन दिन और शुक्रवार, सोमवार और मंगलवार को बहस होगी. मंगलवार को सरकार की ओर से बहस का जवाब दिया जाएगा. विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति ने विधानसभा की कार्यवाही 29 जुलाई तक तय की है. राजस्थान का बजट 29 तारीख को विधानसभा में पास होगा. 17 जुलाई को विधानसभा नहीं होगी.

18 जुलाई से विभिन्न विभागों की अनुदान मांगों पर बहस होगी. हर दिन बहस के बाद मंत्री बहस का जवाब देंगे. विधानसभा में 8 दिनों तक अलग-अलग विभागों की अनुदान मांगों पर बहस होगी.