Rajasthan Assembly Election 2023: सीएम गहलोत ने चुनावों से पहले खेला बड़ा दांव, सरकारी कर्मचारियों को प्रमोशन दी बड़ी छूट
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने वाले है और अब सीएम गहलोत पूरी तरह से चुनाव मोड़ में आ गए है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने कार्यकाल के आखिरी साल में लगातार लोगों को अलग-अलग घोषणाओं के जरिए साधने में लगे हुए हैं। अब सीएम अशोक गहलोत ने सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी घोषणा की है। इस घोषणा के होने के बाद राजस्थान में अब करीब 19 साल पुराना नियम बदल चुका है। राजस्थान सरकार में जब साल 2004 में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे थी तब एक के नियम लागू किया गया कि यदि किसी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी के 1 जून 2002 के बाद तीसरा बच्चा हुआ है तो उसके प्रमोशन होने में समय लगेगा। इस नियम के लागू होने के बाद सरकारी कर्मचारियों के प्रमोशन में दिक्कतें आने लगी थी। लेकिन अब गहलोत सरकार ने बदल दिया है।
सीएम के अशोक गहलोत ने इस स्कीम में बदलाव किया है कि यदि 1 जून 2002 के बाद दो या दो से ज्यादा बच्चे इसी सरकारी कर्मचारी के हैं तो उसे प्रमोशन में कोई दिक्कत नहीं होगी। अब इस फैसले के लागू होने के बाद राजस्थान के आठ लाख सरकारी नौकरी को फायदा होगा। इससे पहले राजस्थान में सरकार ने 3 साल से कर्मचारियों के प्रमोशन पर रोक लगा रखी थी। बताया जा रहा है कि राजस्थान में वर्तमान में करीब आठ लाख सरकारी कर्मचारी है। इनमें करीब अस्सी हजार से ज्यादा ऐसे हैं जिनका प्रमोशन ड्यू है और उनके दो से ज्यादा बच्चे है। ऐसे कर्मचारियों को सीएम के इस फैसले से सीध लाभ मिलेगा। सबसे बड़ी बात ये है कि इन अस्सी हजार कार्मिकों में से पचास हजार से भी ज्यादा कार्मिक एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग से हैं। यानि सरकार ने एक तीर से कई शिकार कर लिए हैं।
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उल्लेखनीय है कि साल 2004 में जब वसुंधरा राजे के समय नियम लागू किया गया तब से ही इसमें बदलाव की मांग की जा रही थी। ऐसे में माना जा रहा है कि सीएम गहलोत ने चुनावी साल में सरकारी कर्मचारियों के वोट को अपनी तरफ करने के लिए यह बड़ी सौगात दे दी है।