राजस्थान के 15 जिलों में कल बारिश की संभावना, वीडियो में देखें 5 अप्रैल को बदलेगा मौसम

राजस्थान में गर्मी का असर धीरे-धीरे तेज़ होने लगा है। पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से राज्य के कई हिस्सों में तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है। मंगलवार को राज्य में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जिससे लोगों को तेज धूप और गर्मी का सामना करना पड़ा।
मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के अनुसार, राजस्थान में 3 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। इस विक्षोभ के प्रभाव से राज्य के करीब 15 जिलों में आंधी और हल्की बारिश होने की उम्मीद जताई गई है। मौसम विभाग ने बताया कि इस दौरान धूल भरी आंधी चल सकती है, जिससे दृश्यता प्रभावित हो सकती है और जनजीवन पर असर पड़ सकता है।
तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी
मार्च के आखिरी सप्ताह से ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है। दिन के समय तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण लोग दोपहर में घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं। जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, बाड़मेर और श्रीगंगानगर जैसे इलाकों में गर्मी का असर अधिक देखने को मिल रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान में हर साल अप्रैल के महीने से तापमान में अचानक बढ़ोतरी होने लगती है। इस बार भी गर्मी का असर समय से पहले महसूस किया जा रहा है।
पश्चिमी विक्षोभ से मिल सकती है राहत
हालांकि, मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि 3 अप्रैल से सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है। पश्चिमी विक्षोभ आमतौर पर राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में मौसम में बदलाव लाता है। इसके कारण तेज़ हवाएं, आंधी और हल्की बारिश की संभावना बनती है।
राजस्थान के जिन 15 जिलों में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव दिख सकता है, उनमें जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, नागौर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, सीकर, झुंझुनू, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर और टोंक शामिल हैं। इन इलाकों में हल्की बारिश के साथ आंधी चलने की संभावना जताई गई है।
लोगों को दी गई सतर्कता की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। तेज़ हवाओं और आंधी के कारण पेड़ गिरने, बिजली के खंभों के झुकने और उड़ती धूल से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
इसके अलावा, किसानों के लिए भी यह मौसम परिवर्तन महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। हल्की बारिश से कुछ इलाकों में राहत मिल सकती है, लेकिन तेज़ आंधी से फसलों को नुकसान भी हो सकता है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उचित उपाय करने की सलाह दी है।
गर्मी से बचाव के उपाय
राजस्थान में बढ़ती गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को पर्याप्त पानी पीने, हल्के रंग के कपड़े पहनने और धूप में ज्यादा समय न बिताने की सलाह दी है। साथ ही, घर से बाहर निकलते समय छाते या टोपी का इस्तेमाल करने और बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की अपील की गई है।
अगले कुछ दिनों में पश्चिमी विक्षोभ से राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन गर्मी का असर धीरे-धीरे बढ़ता ही जाएगा। मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट पर नज़र बनाए रखना और सतर्कता बरतना ज़रूरी होगा।