रेलवे ने किया बड़ा बदलाव, राजस्थान के किसानों और व्यापारियों को मिलेगी राहत
रेलवे ने पार्सल लोडिंग के नियमों में बदलाव किया है, जिससे खासकर छोटे व्यापारियों और किसानों को राहत मिली है। नए नियमों में टर्नओवर और टाइम लिमिट हटा दी गई है, और अब डबल डेकर ट्रेनों के कोच में भी पार्सल बुकिंग की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, सेमी-हाई-स्पीड पार्सल ट्रेनें और डोर-टू-डोर पार्सल डिलीवरी सर्विस भी शुरू की जाएगी।
नए बदलाव पूरे देश में लागू किए जाएंगे।
पार्सल लोडिंग से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए, रेलवे ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में नियमों में पायलट बदलाव किए थे। पॉजिटिव नतीजों के बाद, अब ये बदलाव पूरे देश में लागू किए जाएंगे।
कई ज़रूरतें हटाई गईं
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, छोटे व्यापारियों और किसानों के लिए लॉजिस्टिक्स सेक्टर में आना आसान बनाने के लिए कई ज़रूरतें हटा दी गई हैं। एग्रीगेटर फीस घटाकर ₹10,000 कर दी गई है। VP और SLR के ई-ऑक्शन से भी टर्नओवर की ज़रूरतें हटा दी गई हैं।
पार्सल कोच लीजिंग प्रोसेस में बदलाव
रेलवे ने पार्सल कार्गो एक्सप्रेस लीजिंग पॉलिसी में भी बदलाव किया है। अब, SLR, पार्सल वैन या कम्पार्टमेंट 10 से 90 दिनों के लिए शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म लीज़ पर उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे पार्सल लोडिंग में आसानी होगी और खाली पार्सल कोच को सस्ते रेट पर लोड किया जा सकेगा।
एक मोबाइल एप्लीकेशन भी डेवलप किया जाएगा।
रेलवे मुंबई-कोलकाता रूट पर फर्स्ट-माइल-लास्ट-माइल सर्विस शुरू करने का प्लान बना रहा है। हैदराबाद में डोर-टू-डोर पार्सल डिलीवरी सर्विस शुरू की जाएगी, और जल्द ही इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा।
इसके अलावा, ऑनलाइन बुकिंग के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन भी डेवलप किया जाएगा। 130 km/hr की स्पीड से चलने वाली एक पार्सल ट्रेन का प्रपोज़ल है, जिससे लॉजिस्टिक्स सेक्टर और बिज़नेस को बहुत फ़ायदा होगा।
