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Jaipur नीट परिणाम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका

 
Jaipur नीट परिणाम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर नीट के प्रसिद्ध टीचर अलख पांडे नीट यूजी 2024 की घोषणा से सबंधित विवादों से चिंतित हैं। इसमें छात्रों के बीच समय चूक, अतार्किक तरीके से ग्रेस मार्क प्रदान करने और अंकों के सामान्यीकरण की अस्पष्ट विधि को लेकर असंतोष है। इस संबंध में 5 जून का एनटीए की ओर से जारी स्पष्टीकरण भी संतोषजनक नहीं था। अंकों के सामान्यीकरण, प्रक्रिया की पारदर्शिता-निष्पक्ष और विवेकपूर्ण अंकन के बारे में उत्तरों की तुलना में अधिक प्रश्न उठाए। यहां तक कि पीआइबी की प्रेस कॉन्फ्रेंस भी दिखावा और सीमित तथ्यों की पुनरावृत्ति मात्र थी। बाहरी जांच के बजाय एनटीए द्वारा ही कथित हाई पावर कमेटी का गठन किया जा रहा है। इसलिए अलख पांडे छात्रों के हित में जनहित याचिका (पीआइएल) के जरिये सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। इसका उद्देश्य, काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू होने से पहले, एनटीए से जानकारी, सुधारात्मक उपाय मांगना रहेगा। पांडे ने पहले ही एनटीए को कानूनी नोटिस भेजा है जिसमें सभी सवाल उठाए गए हैं और एनटीए की प्रतिक्रिया का इंतजार है।

पारदर्शिता के अलावा और कुछ नहीं चाहते

पीआइएल के जरिये अलख पांडे कहते हैं कि वह अपने छात्रों की ओर से पारदर्शिता के अलावा और कुछ नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि एक ऐसी परीक्षा में जहां 23 लाख छात्र बैठते हैं, उनमें से कई अपने सपनों के मेडिकल कॉलेज की सीट पाने के लिए प्रयास करते हैं, इसमें निष्पक्षता और न्याय के अलावा कोई विकल्प न रहे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परीक्षण प्रक्रिया पर स्टूडेंट्स का भरोसा दृढ़ और बरकरार रहे।