आतंकी हमले में मारे गए जयपुर के लोगों के लिए धरना-प्रदर्शन, वीडियो में देखें पूरी खबर
![ytr](https://aapkarajasthan.com/static/c1e/client/91529/uploaded/793f580a7e80b65da2c197ad3547d662.jpg?width=968&height=500&resizemode=4)
राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकी घटना में मारे गए 4 लोगों के शव जयपुर पहुंचते ही आंदोलन तेज हो गया। मुरलीपुरा और चौमूं थाने के बाहर हजारों लोग नारेबाजी कर रहे हैं। मृतक आश्रितों को सरकारी नौकरी और एक-एक करोड़ रुपए मुआवजे की मांग को लेकर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारियों ने बाजारों को बंद कराना शुरू कर दिया है। वहीँ, प्रदर्शनकारियों ने धरना में शामिल होने पहुंचे भाजपा नेता भूपेंद्र सैनी को धक्का मारकर वहां से हटाया। इससे पहले मंगलवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे जम्मू-कश्मीर में मारे गए चौमूं के परिवार के चारों शवों को पूजा एक्सप्रेस से जयपुर लाया गया।
शव ट्रेन से लाए गए
दोपहर करीब 12 बजे चौमूं थाने की सुरक्षा बढ़ा दी गई। 6 थानों की फोर्स बुलाई गई है. इसके अलावा पुलिस लाइन से बाहर भी बड़ी संख्या में जवानों को तैनात किया गया है. उधर, धरने में शामिल होने आए भाजपा नेता भूपेन्द्र सैनी को प्रदर्शनकारियों ने धक्का देकर हटा दिया। इससे पहले मंगलवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे जम्मू-कश्मीर में मारे गए चौमूं (जयपुर) के परिवार के चार लोगों के शव ट्रेन (पूजा एक्सप्रेस) से जयपुर लाए गए। यहां से शवों को गाड़ी से भेजा गया।
9 जून को आतंकियों ने हमला कर दिया
9 जून को जम्मू-कश्मीर में श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था. गोली ड्राइवर को लगी और बस खाई में जा गिरी. 10 लोग मारे गए और 33 लोग घायल हो गए. मृतकों में 4 लोग चौमूं स्थित पंचेवाली ढाणी और मुरलीपुरा (हरमाड़ा) के थे.
एक ही परिवार के 4 सदस्य आतंकियों का शिकार बन गए
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में मारे गए चारों लोग एक ही परिवार के सदस्य थे. हमले में वार्ड 5, पंचेवाली ढाणी, चौमूं (जयपुर) निवासी राजेंद्र सैनी (42) पुत्र हनुमान सहाय सैनी और उनकी पत्नी ममता सैनी (40) की मौत हो गई। वहीं, राजेंद्र के बड़े भाई ओमप्रकाश की बेटी पूजा सैनी (30) निवासी अजमेरा, ढाणी, हरमाड़ा (जयपुर) और पूजा के बेटे लिवंश उर्फ किट्टू (2) की भी मौत हो गई है। पूजा के पति पवन सैनी (32) घायल हो गए और उन्हें कटरा के नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.