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Jaipur युवा महोत्सव की तैयारी करें या परीक्षा की, शिक्षक और बच्चे चिंतित

 
Jaipur युवा महोत्सव की तैयारी करें या परीक्षा की, शिक्षक और बच्चे चिंतित

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर  अर्द्धवार्षिक परीक्षा शीतकालीन अवकाश में कराने को लेकर उठा विवाद अभी थमा ही था कि इस परीक्षा को लेकर अब एक नया विवाद खड़ा हो गया है। राजस्थान युवा बोर्ड की ओर से होने वाले एक दिवसीय युवा महोत्सव और शिक्षा विभाग की अर्द्धवार्षिक परीक्षा की तिथियां आपस में टकरा रही हैं। इस कारण शिक्षक और विद्यार्थियों के सामने संकट खड़ा हो गया है कि क्या करें। शिक्षक बच्चों को युवा महोत्सव की तैयारी कराए या बच्चे अर्द्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी करें। इस महोत्सव के लिए 15 साल से 29 साल तक के युवाओं का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है।

स्कूलों को कम से कम 20 बच्चों के रजिस्ट्रेशन का टारगेट

जयपुर जिले में सभी सीबीईओ कार्यालयों को उनके अधीन आने वाले सभी सीनियर सैकंडरी स्कूलों के कम से कम 20 बच्चों के रजिस्ट्रेशन का टारगेट दिया गया है। अब 15 साल से अधिक आयु के बच्चे 9वीं से 12वीं कक्षा तक पढ़ते हैं। इनकी अर्द्धवार्षिक परीक्षा 14 दिसंबर से 24 दिसंबर तक होगी, जबकि युवा बोर्ड ने 30 नवंबर से 10 दिसंबर तक ब्लॉक स्तर का युवा महोत्सव, 11 दिसंबर से 17 दिसंबर तक जिला स्तर का युवा महोत्सव और 18 दिसंबर से 25 दिसंबर तक संभाग स्तर का युवा महोत्सव आयोजित करने की तिथि तय कर रखी है। महोत्सव इन तिथियों में कभी भी एक दिन आयोजित होगा, लेकिन इन्हीं तिथियों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा भी है। ऐसे में बच्चे रजिस्ट्रेशन ही नहीं करा रहे हैं।

उधर, सीबीईओ कार्यालयों से सीनियर स्कूलों के संस्था प्रधानों पर बार-बार दबाव डाला जा रहा है कि कम से कम 20 बच्चों का रजिस्ट्रेशन करो। रजिस्ट्रेशन की मॉनिटरिंग के लिए कुछ प्रिंसिपल को सीबीईओ कार्यालयों में डेपुटेशन पर लगा दिया गया है। अब वे अपने स्कूल की परीक्षा कराएंगे या युवा महोत्सव। इस काम में लगे प्रिंसिपल भी चाहते हैं कि वे अपने स्कूल में परीक्षा की तैयारी कराएं। क्योंकि इस बार पहली बार अर्द्धवार्षिक परीक्षा राज्यस्तर पर हो रही है। वे इसमें कोई कोताही नहीं बरतना चाहते।

यह होंगी गतिविधियां

युवा महोत्सव में 4 प्रकार की गतिविधियां होनी है। इसमें विज्ञान-डिजिटल मेला, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लाइफ स्किल और युवा कृति से जुड़ी गतिविधियां होगी। इसमें अगर किसी युवा को रुचि है तो वह इसमें भाग ले सकता है। परीक्षा के कारण बच्चे इसमें शामिल होने से कतरा रहे हैं। वे परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं। इसके बावजूद मौखिक रूप से रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होने की बात कही जा रही है।