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प्रदेश में पंचायत चुनाव की तैयारी तेज, 15 अप्रैल तक चुनाव कराने को लेकर पंचायती राज विभाग ने जिलावार फॉर्मूला किया तैयार

प्रदेश में पंचायत चुनाव की तैयारी तेज, 15 अप्रैल तक चुनाव कराने को लेकर पंचायती राज विभाग ने जिलावार फॉर्मूला किया तैयार
 
प्रदेश में पंचायत चुनाव की तैयारी तेज, 15 अप्रैल तक चुनाव कराने को लेकर पंचायती राज विभाग ने जिलावार फॉर्मूला किया तैयार

पंचायती राज डिपार्टमेंट ने राज्य की 14,000 से ज़्यादा ग्राम पंचायतों, 450 पंचायत समितियों और 41 डिस्ट्रिक्ट काउंसिल में चुनाव कराने के लिए ज़िलेवार फ़ॉर्मूला तैयार करके सभी कलेक्टरों को भेज दिया है। पंचायत चुनाव में शामिल सभी यूनिट को वार्ड डिलिमिटेशन के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। गौरतलब है कि कोर्ट ने लोकल बॉडीज़ के चुनाव पूरे करने के लिए 15 अप्रैल तक की डेडलाइन तय की है।

सभी कलेक्टरों को निर्देश भेजे गए हैं
राज्य सरकार ने सभी 41 ज़िलों के कलेक्टरों को ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों और डिस्ट्रिक्ट काउंसिल में वार्ड डिलिमिटेशन कराने के लिए गाइडलाइन जारी की हैं। पंचायती राज डिपार्टमेंट ने इसके लिए आबादी के हिसाब से पैरामीटर भी तय किए हैं। अब ग्राम पंचायत की हर 3,000 की आबादी पर सात वार्ड बनाए जाएंगे। इसके बाद, हर 1,000 की ज़्यादा आबादी पर दो और वार्ड जोड़े जाएंगे। इस तरह, 4,000 की आबादी वाली ग्राम पंचायत में वार्डों की संख्या सात से बढ़कर नौ हो जाएगी।

हर 100,000 आबादी पर 15 वार्ड होंगे।

हर 100,000 पंचायत समिति पर 15 वार्ड होंगे। अगर आबादी 100,000 से 150,000 के बीच है, तो दो और वार्ड जोड़े जाएंगे। इसी तरह, हर अतिरिक्त 15,000 आबादी पर दो वार्ड जोड़े जाएंगे। इस फॉर्मूले के तहत, एक पंचायत समिति में वार्डों की संख्या 15 से बढ़ाकर 17, 19 या 21 की जा सकती है। जिला परिषद कैटेगरी में, हर 400,000 आबादी पर 17 वार्ड बनाए जाएंगे, जबकि हर 100,000 आबादी पर दो अतिरिक्त वार्ड जोड़े जाएंगे। इस मामले में, संख्या 17 से बढ़ाकर 19 या 21 की जा सकती है। कुल मिलाकर, जैसे-जैसे आबादी बढ़ेगी, वार्डों की संख्या भी बढ़ेगी।

जयपुर में 596 ग्राम पंचायतें
जयपुर जिले में रीऑर्गेनाइजेशन के बाद ग्राम पंचायतों की संख्या 457 से बढ़कर 596 हो गई है। जिले में 273 पंचायतों की सीमाएं बदली गई हैं और 139 नई पंचायतें बनाई गई हैं। इसी तरह, हाल ही में 85 नई पंचायत कमेटियों के बनने से इनकी कुल संख्या 450 हो गई है। इन सभी यूनिट्स में अब वार्ड तय किए जाएंगे। इसके अलावा, नए बने जिलों में पहली बार डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के चुनाव होंगे।

पंचायत कमेटियों के बीच लंबी दूरी को लेकर विवाद
इस बीच, कुछ इलाकों में ग्राम पंचायतों और पंचायत कमेटियों के बीच लंबी दूरी को लेकर विवाद पैदा हो गया है। कई इलाकों में लोगों को पंचायत कमेटियों तक पहुंचने के लिए 40 से 60 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। नागौर जिले में सरपंच एसोसिएशन ने इस मुद्दे का विरोध किया है। एसोसिएशन के स्पोक्सपर्सन रफीक पठान के मुताबिक, सरकार ने पहले घोषणा की थी कि हर 20 ग्राम पंचायतों पर एक पंचायत कमेटियां बनाई जाएंगी, लेकिन इस घोषणा का पालन नहीं किया गया है। इसके चलते नई ग्राम पंचायतों और पंचायत समिति के बीच 40 से 45 किलोमीटर की दूरी हो गई है।