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राजस्थान में फिर गरमाई सियासत! जीणमाता मंदिर विवाद को लेकर भिड़े MLA गोपाल शर्मा और राजेंद्र गुढ़ा, जानिए पूरा मामला

राजस्थान में फिर गरमाई सियासत! जीणमाता मंदिर विवाद को लेकर भिड़े MLA गोपाल शर्मा और राजेंद्र गुढ़ा, जानिए पूरा मामला
 
राजस्थान में फिर गरमाई सियासत! जीणमाता मंदिर विवाद को लेकर भिड़े MLA गोपाल शर्मा और राजेंद्र गुढ़ा, जानिए पूरा मामला

पुजारियों और प्रशासन के बीच समझौता वार्ता के बाद जीणमाता मंदिर के पट खुलते ही नया विवाद खड़ा हो गया। जीणमाता मंदिर में पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा और विधायक गोपाल शर्मा के बीच तीखी नोकझोंक हुई। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को खूब खरी-खोटी सुनाई। गुढ़ा ने यहां तक ​​कह दिया कि पंडितों की जनेऊ टूट गई और अब आप लिखित में लेने की बात करते हैं। दरअसल, सिविल लाइंस जयपुर विधायक गोपाल शर्मा जीणमाता मंदिर के पुजारियों से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी आ गए। विधायक पुजारियों से मामले की जानकारी ले रहे थे। 

विधायक ने पुजारियों से कहा कि आप लिखित में दें, सरकार इससे भी सख्त कार्रवाई करेगी। इस पर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि पिछले कई दिनों से मामले के वीडियो-फोटो वायरल हो रहे हैं। पूरा मामला मीडिया में आ चुका है। अब लिखित में लेने की बात कहां से आ गई। गुढ़ा ने कहा कि भाजपा राज में पुजारियों की जनेऊ तक टूट गई। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि भाजपा राज में जीणमाता मंदिर के पुजारियों की जनेऊ तक तोड़ दी गई। पुजारियों के साथ मारपीट की गई और पुजारी व संत धरने पर बैठने को मजबूर हैं। इस मुद्दे पर पूर्व मंत्री व विधायक व उनके समर्थकों के बीच विवाद भी हुआ। विधायक गोपाल शर्मा ने गुढ़ा से कहा कि मैं आपकी राय नहीं ले रहा हूं। बाद में विधायक ने पुजारियों से काफी देर तक बात की। 

मामले में सख्त कार्रवाई होगी, गृहमंत्री को पूरा मामला बताया: विधायक जयपुर सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि जीणमाता मंदिर के पुजारियों से बातचीत का दौर चल रहा था। इस दौरान राजेंद्र गुढ़ा बीच में बोलने लगे। मैंने उनसे पूरे सम्मान के साथ बात की। पुजारियों से बात की और मामले की पूरी जानकारी ली। इसके बाद मैंने गृहमंत्री, डीजीपी व सीकर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से भी बात की है। गुढ़ा जब राजनीति में नहीं आए थे, तब से मैं जीणधाम से जुड़ा हूं। लिखित में शिकायत आने पर ही सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। सरकार पूरे मामले की जांच कर रही है। मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।

सब कुछ सामने है, फिर लिखित में कैसे मांगा गया: पूर्व मंत्री
पूर्व राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि भाजपा सरकार में मंदिरों और मंदिर के पुजारियों के प्रति प्रशासन का सौतेला व्यवहार सामने आ रहा है। जीण माता में पुजारियों की जनेऊ तोड़ी गई। पुजारियों के साथ मारपीट की गई। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले में कार्रवाई करने की बजाय विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि हमें लिखित में दो। घटना के इतने दिन बाद तक सरकार कहां थी। अब विधायक कौन होते हैं लिखित में लेने वाले? पुराने समय में औरंगजेब की सेना ने मंदिरों पर अत्याचार किए थे। भाजपा सरकार धर्म का झूठा ढोंग करती है। प्रशासन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी।