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पायलट-डोटासरा या गहलोत, किसका पलड़ा भारी? यहाँ समझे सियासी समीकरण

 
पायलट-डोटासरा या गहलोत, किसका पलड़ा भारी? यहाँ समझे सियासी समीकरण 

जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान में उपचुनाव को लेकर बिगुल फूंक चुका है। राजनीतिक पार्टियों ने अपने-अपने दावेदार मैदान में उतार दिए हैं। भाजपा-कांग्रेस ने सभी 7 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान कर दिया है। जबकि भारतीय आदिवासी पार्टी ने चौरासी और सलूंबर सीट पर प्रत्याशी उतारे हैं। कांग्रेस ने देर रात सभी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की। माना जा रहा है कि इस लिस्ट में सर्वाधिक प्रभाव कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का रहा।

कांग्रेस ने सभी 7 सीटों पर उतारे प्रत्याशी

कांग्रेस ने दौसा सीट से दीन दयाल बैरवा, अलवर की रामगढ़ सीट से आर्यन जुबेर खान, झुंझुनूं सीट से अमित ओला, उदयपुर की सलूंबर सीट से रेशमा मीना, टोंक की देवली-उनियारा सीट से केसी मीना, डूंगरपुर की चौरासी सीट से महेश रोत और नागौर की खींवसर सीट से रतन चौधरी को मैदान में उतारा है।

‘जादूगर का जादू’ इस बार फेल!

सियासी जानकारों की मानें तो सलूंबर, चौरासी और खींवसर विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के मन मुताबिक टिकट बांटे गए है। दौसा और खींवसर विधानसभा सीट पर सचिन पायलट समर्थकों को प्रत्याशी बनाया गया है। जबकि रामगढ़ और झुंझुनूं विधानसभा सीट पर परिवार में ही टिकट वितरण किया है। ऐसे माना जा रहा है कि इस बार पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जादूगर का जादू इस बार नहीं चल पाया है। कांग्रेस के टिकट वितरण में उनका प्रभाव देखने को नहीं मिला।