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गिरफ्तार हुआ रीट पेपर लीक मामले में कॉर्डिनेटर पाराशर, वीडियो में जाने पूरी खबर

प्रदेश में करीब दो साल पहले हुए रीट पेपर लीक मामले में अब ईडी की एंट्री हो चुकी है। ईडी ने शिक्षा संकुल के पूर्व कोऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर को देर रात गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। दरअसल प्रदीप पाराशर का नाम पेपर लीक में सामने आया था......
 
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राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! प्रदेश में करीब दो साल पहले हुए रीट पेपर लीक मामले में अब ईडी की एंट्री हो चुकी है। ईडी ने शिक्षा संकुल के पूर्व कोऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर को देर रात गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। दरअसल प्रदीप पाराशर का नाम पेपर लीक में सामने आया था, जिसके बाद एसओजी और पुलिस भी उनसे पूछताछ कर चुकी है। इधर अब ईडी ने गुरुवार रात उन्हें जवाहर नगर स्थित उनके फ्लैट से गिरफ्तार किया। 

रिट पेपर लीक को लेकर गहलोत सरकार पर कई आरोप लगे थे

मालूम हो कि रिट पेपर लीक मामले को लेकर पिछली गहलोत सरकार पर कई गंभीर आरोप लगे थे. विपक्ष ने इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया था. इस दौरान अपनी सरकार के खिलाफ सचिन पायलट खेमे के विधायकों ने पेपर लीक माफिया के खिलाफ अजमेर से जयपुर तक यात्रा भी की. वहीं, रिट पेपर लीक मामले में प्रदीप पराशर की गिरफ्तारी से सनसनी फैल गई है. देर रात प्रदीप पाराशर को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया.

2021 में हुई दोबारा परीक्षा से जुड़ा मामला

वर्ष 2021 में REET भर्ती परीक्षा आयोजित की गई। इस परीक्षा पर कई सवाल उठे थे जिसकी जांच एसओजी ने की थी और बताया था कि पेपर स्ट्रॉन्ग रूम से निकला है. इस मामले में शिक्षा संकुल के स्ट्रॉन्ग रूम समन्वयक प्रदीप पाराशर से भी एसओजी ने पूछताछ की थी इस मामले में ईडी ने प्रदीप पाराशर को गिरफ्तार कर तीन दिन की रिमांड पर लिया है.

कौन हैं प्रदीप पाराशर, जिन्हें रिट पेपर लीक मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था

प्रदीप पाराशर को वर्ष 2011-12 में रीट परीक्षा का समन्वयक बनाया गया था। उस समय राज्य में कांग्रेस की सरकार थी. तब बोर्ड के अध्यक्ष सुभाष गर्ग थे। ऐसे में प्रदीप पाराशर को सुभाष गर्ग और बोर्ड चेयरमैन डीपी जारौली का करीबी माना जाता है. इसके चलते रीट भर्ती परीक्षा के दौरान उन्हें शिक्षा संकुल में समन्वयक बनाया गया था. मामले की जांच में प्रदीप पाराशर की भूमिका संदिग्ध मानी गयी है. जिसके चलते अब इस केस में ईडी की एंट्री हो गई है. प्रदीप पाराशर उस स्ट्रांग रूम के प्रभारी थे जहां जयपुर जिले के कागजात रखे गए थे। ऐसे में ईडी को लेनदेन से जुड़े कई अहम सुराग भी मिले हैं. अब ईडी प्रदीप पाराशर के जरिए इस पेपर लीक मामले के अन्य दोषियों को भी गिरफ्तार कर सकती है.