'हमारी शादी आप ही करवा सकते हो...' RAS Mains के रद्द होने पर अभ्यर्थियों ने किरोड़ीलाल मीणा के सामने रखी अपनी बात, जाने पूरा मामला
राजस्थान प्रशासनिक सेवा की मुख्य परीक्षा (RAS 2024 Exam Date) की तिथि आगे बढ़ाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है. सैकड़ों अभ्यर्थियों ने सोमवार को कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीना के आवास का घेराव किया, जिसके बाद वे भाजपा कार्यालय भी पहुंचे. अभ्यर्थियों का कहना है कि पिछली आरएएस परीक्षा 2023 का फाइनल रिजल्ट नहीं आया है, ऐसे में इस बार बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे हैं, जिन्हें रिजल्ट का इंतजार है. इसके चलते कई छात्र दोनों परीक्षाओं में चयनित हो सकते हैं और कुछ अन्य छात्र अपनी सीट खो सकते हैं. इसलिए परीक्षा की तिथि 3 महीने आगे बढ़ाई जानी चाहिए. अभ्यर्थियों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर सरकार से बात करने को तैयार हैं, लेकिन सरकार को भी उनकी मांगों पर विचार करना चाहिए।
'हमारी शादी करवा दो...'
किरोड़ी लाल मीना से बात करते हुए अभ्यर्थियों ने कहा, 'आप हमें नौकरी लगवाकर ही हमारी शादी करवा सकते हैं। हम पूरी बारात लेकर आपके पास आए हैं। पिछले साल भी मामला मेन्स का था, तब आपने उसे स्थगित करवा दिया था।' इसके बाद किरोड़ी लाल मीना ने कहा कि नौकरी लगने के बाद हर अभ्यर्थी को अपनी शादी में मुझे आमंत्रित करना है। यह वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल है।
17-18 जून को प्रस्तावित है परीक्षा
आरएएस 2024 की मुख्य परीक्षा 17-18 जून को प्रस्तावित है, लेकिन अभ्यर्थी परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने से उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिलेगा और वे बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। अभ्यर्थियों के समर्थन में एक दर्जन से अधिक विधायकों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। विधायकों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाई जाए, ताकि अभ्यर्थियों को परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सके।
भजनलाल सरकार से उम्मीदें
इससे पहले 27 मई को आरएएस मुख्य परीक्षा 2024 के अभ्यर्थियों ने जयपुर गोपालपुरा में 80 फीट से रिड्डी-सिद्दी तक पैदल मार्च किया था। तब छात्र प्रतिनिधि लक्ष्य प्रताप सिंह ने कहा था, 'राज्य की वर्तमान सरकार शुरू से ही छात्रों से जुड़े मुद्दों के प्रति संवेदनशील रही है। आरएएस 2023 की मुख्य परीक्षा के दौरान भी सरकार ने छात्रों के हित में लचीला रुख अपनाया था और पहली ही कैबिनेट बैठक में उनके पक्ष में सकारात्मक निर्णय लिया गया था। हमें पूरा विश्वास है कि इस बार भी सरकार, खासकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की 'रामराज्य' की परिकल्पना वाली सरकार छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए उचित और समय पर निर्णय लेगी।
