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गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर राजस्थान सरकार की ऐतिहासिक पहल, मुख्यमंत्री ने राज्यभर के गुरुजनों को किया सम्मानित

 
गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर राजस्थान सरकार की ऐतिहासिक पहल, मुख्यमंत्री ने राज्यभर के गुरुजनों को किया सम्मानित

इस वर्ष भी राजस्थान में गुरु पूर्णिमा (10 जुलाई) का पावन पर्व विशेष उत्साह एवं श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रेरणादायी पहल पर राज्य सरकार गुरुओं के सम्मान में प्रदेश भर में 'गुरु वंदन कार्यक्रम' आयोजित करेगी। इस अवसर पर धर्मगुरुओं, महंतों एवं पुजारियों का विशेष सम्मान किया जाएगा, जिससे गुरु-शिष्य परंपरा को और बल मिलेगा। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में आयोजित इन कार्यक्रमों में गुरुओं को 2100 रुपये की सम्मान राशि, नारियल, शॉल, मिष्ठान एवं गुरु वंदन संदेश भेंट किया जाएगा।

इन समारोहों में मंत्री, विधायक, जिला कलेक्टर अथवा उनके द्वारा मनोनीत अधिकारी उपस्थित होकर गुरुओं के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करेंगे। गौरतलब है कि भजनलाल शर्मा ने पिछले वर्ष से गुरु पूर्णिमा पर गुरु वंदन कार्यक्रम की शुरुआत की थी, जो सनातन संस्कृति के प्रति उनकी गहरी श्रद्धा को दर्शाता है। इस पहल से न केवल गुरुओं के प्रति सम्मान बढ़ा है, बल्कि समाज में गुरु-शिष्य परंपरा के प्रति जागरूकता भी बढ़ी है।

मुख्यमंत्री की शुभकामनाएँ
गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा, "गुरु पूर्णिमा का पर्व हमारी सनातन गुरु-शिष्य परंपरा का प्रतीक है। यह हमें अपने गुरुओं के प्रति सम्मान और श्रद्धा व्यक्त करने की प्रेरणा देता है। गुरु वंदन कार्यक्रम के माध्यम से हम अपने गुरुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं, जिससे हमारी सांस्कृतिक विरासत और सुदृढ़ होती है।" यह आयोजन राजस्थान की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक समृद्धि को प्रदर्शित करने का एक अनूठा प्रयास है, जो गुरुओं के योगदान को नई पीढ़ी तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।