अब इस प्लान से सरकारी होटलों को घाटे से उबारने का ये नया तरीका, जानें क्या है खास
जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) की राजस्थान के बड़े शहरों में कई होटल हैं लेकिन अधिकतर होटल घाटे में चल रही है। घाटे से उबरने के लिए आरटीडीसी ने अब एक नया तरीका निकाला है। जो होटल मुख्य सड़कों और प्राइम लोकेशन पर है। उन होटलों को शादी ब्याह और अन्य आयोजन के लिए किराए पर दिया जाएगा। विभिन्न समारोह के लिए होटल्स को बुक कराया जा सकेगा। इस तरह से होने वाली आमदनी से आरटीडीसी घाटे पर पार पाने का प्रयास करेगी। आरटीडीसी की एमडी अनुपमा जोरवाल का कहना है कि आरटीडीसी की होटल्स में से उन यूनिट्स का चयन किया जा रहा है, जो बेहतरीन लोकेशन पर है और आमजन को अट्रैक्ट करती है। यहां पर लोगों की जरूरत और इवेंट्स को बेहतर बनाने वाली सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। इसके बाद यहां शादी के फंक्शन करवाने के लिए लोगों को उपलब्ध करवा दिया जाएगा। इससे आरटीडीसी को अधिक लाभ की स्थिति में पहुंचाया जा सकता है।
राजस्थान में हैं 30 होटल्स
राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अधीन प्रदेश के अलग अलग शहरों में 30 होटल हैं जिनमें चार होटल जयपुर शहर में है। इनमें होटल गणगौर, होटल स्वागत, होटल तीज, होटल अशोक और खासाकोठी शामिल है। इसी तरह से प्रदेश के कई शहरों में प्राइम लोकेशन पर आरटीडीसी की बड़ी होटलें हैं जहां पर्याप्त स्थान है। ऐसे होटल पर अब ऐसी सुविधाएं विकसित की जा सकेंगी जिससे कि उन होटल में बड़े बड़े इवेंट्स का आयोजन हो सके। इन इवेंट्स के जरिए आरटीडीसी अपनी आमदनी बढाने के प्रयास करेगी।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सबके सहयोग की जरूरत
अनुपमा जोरवाल जयपुर में मीडिया से रूबरू हुई। उन्होंने कहा कि आरटीडीसी पिछले कई सालों से पर्यटन को बढावा देने की कोशिश कर रहा है लेकिन यह काम केवल अकेले आरटीडीसी का नहीं है। राजस्थान में पर्यटन के विकास के लिए सबके सहयोग की जरूरत है। सरकार के साथ सभी सामाजिक संगठनों और आम जनता को अपने प्रदेश के पर्यटन को बढावा देने में योगदान देने की जरूत है। उन्होंने कहा कि आजकल सोशल मीडिया का जमाना है। प्रदेश के यूट्यूबर्स और ब्लॉगर्स अपने सोशल मीडिया पेज के जरिए राजस्थान के पर्यटन को पहचान बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। कई यूट्यूबर्स और ब्लॉगर्स को आरटीडीसी के कॉन्क्लेव में आमंत्रित किया गया और उनसे सहयोग का आग्रह किया गया।
