कुख्यात गैंगेस्टर 'लॉरेंस बिश्नोई' को फिर लाया जाएगा जयपुर, जानें क्या है पूरा मामला
जयपुर न्यूज़ डेस्क, केन्द्रीय कारागार में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई द्वारा एक टीवी चैनल पर सोशल मीडिया ऐप के जरिए दिए गए इंटरव्यू की जांच में जयपुर कमिश्नरेट पुलिस के लिए सबसे महत्वपूर्ण सबूत पंजाब पुलिस की तकनीकी जांच रिपोर्ट है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना के डेढ़ साल बाद संबंधित कंपनी के पास रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं रहता, जबकि पंजाब पुलिस ने पहले ही कंपनी से रिकॉर्ड हासिल कर लिया था। अब जयपुर पुलिस के अनुसंधान अधिकारी यह जांच कर रहे हैं कि जेल में लॉरेंस बिश्नोई के बंद रहने के दौरान उससे कौन-कौन मिला, जेल में किस-किस की ड्यूटी थी, और जेल में आने-जाने वाले अन्य लोग कौन थे।
साथ ही, जेल में मोबाइल फोन पहुंचाने के मामलों में अब तक गिरफ्तार किए गए बंदियों की जानकारी जुटाकर उनसे पूछताछ की जाएगी। लॉरेंस बिश्नोई को पुनः प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर जयपुर लाया जाएगा। गौरतलब है कि लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू 14 और 17 मार्च 2023 को एक न्यूज चैनल पर प्रसारित हुआ था, जब वह पंजाब की बंठिडा जेल में बंद था। लेकिन कुछ दिनों पहले जयपुर पुलिस ने जी क्लब फायरिंग मामले में बिश्नोई को प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर जयपुर लाया और उसे जयपुर जेल में भेज दिया था।पंजाब पुलिस ने इस वीडियो के राजस्थान में बनाए जाने का दावा किया था, जबकि जयपुर पुलिस ने इसे पंजाब में बनाए जाने की बात कही थी। पंजाब हाईकोर्ट के निर्देश पर पंजाब पुलिस ने इस मामले में एफआइआर दर्ज की थी। जांच में यह सामने आया कि वीडियो जयपुर केन्द्रीय कारागार में बनाया गया था, जिसके बाद पंजाब से जीरो नंबर की एफआइआर दर्ज कर मामले की अग्रिम कार्रवाई के लिए जयपुर भेजी गई। लालकोठी थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।