गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, नदियां उफान पर, कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात
देश के कई हिस्सों में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है। गरज-चमक के साथ हो रही झमाझम बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। लगातार बारिश के चलते नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है और कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क संपर्क टूट गया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
जलस्तर बढ़ने से खतरे की स्थिति
बीते 24 घंटों में भारी बारिश के कारण कई छोटी-बड़ी नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं। गंडक, कोसी, घाघरा, और ब्रह्मपुत्र जैसी नदियों का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है। इससे निचले इलाकों में पानी भर गया है और खेतों से लेकर घरों तक में पानी घुस गया है। कई जगहों पर बाढ़ नियंत्रण तटबंधों पर दबाव बना हुआ है, जिससे प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ी परेशानी
कई गांवों में जलभराव की स्थिति ऐसी बन गई है कि लोग घरों की छतों पर शरण लेने को मजबूर हैं। पशु और अनाज की सुरक्षा को लेकर भी ग्रामीण चिंतित हैं। वहीं, खेतों में लगी फसलें भी पानी में डूबने से बर्बाद होने की कगार पर हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कई कच्चे मकान ढहने की भी खबरें सामने आ रही हैं।
शहरी क्षेत्रों में भी असर
बारिश का असर सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि शहरी इलाकों में भी भारी जलभराव की स्थिति बन गई है। सड़कों पर knee तक पानी भर गया है, जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। नालियों की सफाई समय पर न होने से जल निकासी नहीं हो पाई, और कई इलाकों में घंटों तक ट्रैफिक जाम लगा रहा।
प्रशासन और राहत कार्य
प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। जिला आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। कई स्थानों पर नावों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। साथ ही प्रभावितों के लिए राहत शिविर और भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है।
मौसम विभाग का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, उत्तराखंड, और झारखंड में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। साथ ही नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर जल्द ऊंचे स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं।
