Jaipur बहरोड़ में स्थायी बस स्टैंड नहीं होने से आमजन परेशान, छाया-पानी व बैठने की नहीं व्यवस्था

जयपुर न्यूज़ डेस्क बहरोड़ दिल्ली-जयपुर के मध्य 50 हजार लोगों की आबादी के शहर बहरोड़ में आधा दर्जन अस्थाई बस स्टैंड बने हुए हैं। जहां रोजाना करीब चार से पांच हजार लोग यात्रा करने से पहले वाहनों को पकड़ने के लिए दौड़ लगाते हैं। उमस भरी धूप और गर्मी व छाया पानी की व्यवस्था नहीं होने से यात्री परेशान है। जिसके चलते यात्रियों की सुविधाओं के नाम पर कहीं बैठने की समुचित व्यवस्था तक नहीं है। हालांकि बजट घोषणा में बस स्टैंड निर्माण की स्वीकृति जारी हो चुकी है। लेकिन छाया, पानी और शौचालय भी नहीं मिलने से यात्रियों को परेशानियां हैं।ऐसा नहीं है कि व्यवस्था को लेकर मांग नहीं उठी। लोगों ने प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को स्थाई बस स्टैंड व्यवस्थाओं को लेकर कई बार अवगत भी करवाया है, लेकिन हाइवे चौक के पास बस स्टैंड बनाने के आश्वासन को कार्यनीति में तब्दील नहीं किया गया। जिसके कारण लोग यात्रा करने से पहले समस्याओं के दंश से परेशान हो रहे हैं। दरअसल, शहर से रोजाना हजारों की संख्या में लोग यात्रा करते हैं। जिसके लिए हाइवे मेन चौक, नया बस स्टैंड, पुराना बस स्टैंड कुंड रोड,
नारनौल रोड, हमींदपुर मोड, अलवर रोड व जागुवास चौक के अस्थाई स्टैंड है। जहां से रोडवेज व निजी बसों का ठहराव होने से गंतव्य स्थानों पर यात्री जाते हैं, लेकिन इन बस स्टैंड पर सुविधाओं को लेकर कोई खास इंतजाम नहीं है।सरकार की अनदेखी- नगरपालिका द्वारा स्थाई बस स्टैंड के लिए प्रस्ताव लिया जा चुका है। जिसके लिए जागुवास चौक के पास नगर पालिका द्वारा 2.41 हेक्टेयर जमीन का लेआउट प्लान बनाकर फाइल सरकार को भेजी जा चुकी है। जहां परिवहन विभाग द्वारा निर्माण कार्य जल्दी शुरू करवाने को लेकर पत्र भेजा गया तथा जमीन को खाली कर सफाई भी करवाई हुई, लेकिन मामला कोर्ट में जाने से काफी साल बाद भी कार्य नहीं होने से जमीन पर फिर अस्थाई अतिक्रमण हो गया। बजट में स्थाई बस स्टैंड की मिली स्वीकृति: विधायक बलजीत यादव की अनुशंसा पर राज्य सरकार के आखिरी बजट में स्थाई बस स्टैंड की स्वीकृति मिली है, लेकिन स्थान नहीं होने से देरी होने की संभावना बनी हुई है। जिसके चलते लोगों कोसफर करने से पहले परेशानियांे का सामना करना पड़ रहा है।
नप द्वारा स्थाई बस स्टेंड़ की स्वीकृति के लिए दादा की ढ़ाणी के पास प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा गया। जिसकी स्वीकृति भी आ गई, लेकिन निर्माण कार्य चालु कराने में देरी हुई। आचार संहिता के बाद स्थाई बस स्टैंड को लेकर जल्दी कार्य शुरू िकए जाएंगे - कमल शर्मा, अधिशाषी अधिकारी, नगर परिषद। बहरोड़. हाइवे मेन चौक पर बस का इंतजार करते यात्री। हाइवे मेन चौक पर पुलिस चौकी स्थापित है। जहां ट्रैफिक पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। लोगों का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस के जवान शहर के नो एंट्री क्षेत्र में वाहनों को प्रवेश दिलाते हैं।हाइवे के आस पास स्थित दुकानों व अस्थाई रेहड़ियों पर बैठकर समय व्यतीत करने में लगे रहते हैं। ऐसे में जाम लगने की समस्या बनी रहती है जहां दोपहिया व पैदल राहगीर भी परेशान बने रहते हैं। शहर के आधा दर्जन अस्थाई बस स्टैंड के आसपास छायादार पेड़ पौधे गौरव पथ व सड़क निर्माण के दौरान काटे जा चुके हैं। स्टैंडों पर छाया की व्यवस्था नहीं है। स्टैंड के पास भामाशाहों द्वारा सार्वजनिक टंकियां लगाई हुई है। जिनमें मानव सेवा संस्था के टैंकरों से पानी भरा जाता है, लेकिन पानी की टंकियों के रखरखाव ठीक से नहीं होने पर भी समस्या बनी हुई है। हाइवे फ्लाईओवर के नीचे गंदगी होने से व्यापारी व राहगीर परेशान है।