NIA Raid: राजस्थान में एनआईए की ताबड़तोड़ कार्रवाई, गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई के ठिकानों पर मारा छापा
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में एक बार फिर एनआईए की ताबड़तोड़ कार्रवाई देखने को मिली है। राजस्थान में राष्ट्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने बुधवार को छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक जयपुर, चूरू ,अलवर ,हनुमानगढ़, गंगानगर ,सहित अन्य शहरों में एनआईए की टीम की दबिश जारी है। बताया गया कि एनआईए ने गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई के ठिकानों पर छापा मारा है। इसके अलावा गैंगेस्ट के अन्य सहयोगियों पर भी छापा मारा गया है। सूचना है कि इस छापेमारी में बड़ी संख्या में अवैध हथियार बरामद हुए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार के अनुसार एनआईए आतंकवाद-नशीले पदार्थ तस्करों-गैंगस्टरों के गठजोड़ मामलों में छह राज्यों-हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में 100 से अधिक स्थानों पर तलाशी ले रही है। छापेमारी पिछले साल एनआईए द्वारा दर्ज तीन अलग-अलग मामलों- आरसी 37, 38, 39/2022/एनआईए/डीएलआई के संबंध में की जा रही है। एजेंसी ने इस साल 25 जनवरी को दीपक रंगा को गिरफ्तार किया, जो मई 2022 में मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर आरपीजी हमले का मुख्य शूटर था। इसके मामले में आरसी-37/2022/एनआईए/डीएलआई को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया था। वह कनाडा स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा और पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा का करीबी सहयोगी है।

इससे पहले जनवरी में जोधपुर, सीकर, चूरू, झुंझुनू सहित अन्य जगह एनआईए पहुंची थी। जोधपुर में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग के सहयोगी कैलाश मांजू की तलाश में ठिकानों पर एनआईए की टीम ने छापा मारा था। एनआईए की टीम को गैंगस्टर कैलाश मांजू हाथ नहीं लगा। उन ठिकानों से एनआईए ने दस्तावेज जब्त किए थे। अंतरराज्यीय गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से पुलिस पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ था। सीबीआई की टीम ने पूछताछ के बाद बताया था कि लॉरेंस बिश्नोई सरहद पार का आतंकी संगठन आईएसआई के संपर्क में है।
