नया एक्सप्रेस-वे पुरानी आदतें! जयपुर-बांदीकुई मार्ग पर पहले दिन नियमों के सैट खिलवाड़, हाइवे पर लापरवाह ड्राइविंग का बोलबाला

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को जयपुर से जोड़ने के लिए बनाए गए 67 किलोमीटर लंबे फोरलेन जयपुर-बांदीकुई लिंक एक्सप्रेस-वे पर पहले दिन कोई बड़ी तकनीकी खामी नहीं मिली। हालांकि, ट्रैक्टर-ट्रॉली और बाइक चालक नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आए।
पत्रिका टीम बगराना से एक्सप्रेस-वे पर चढ़ी और 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सफर तय कर महज 35 मिनट में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर पहुंच गई। जयपुर से बांदीकुई तक सड़क कहीं भी खराब नहीं मिली और न ही कहीं कोई उछाल महसूस हुआ। रात में सामने से आने वाली हेडलाइट्स से किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए मोड़ों पर एंटी रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं।
पहले दिन ही कई नियम तोड़े गए
जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेस-वे पर ट्रायल रन शुरू कर दिया गया है। ट्रायल फेज में इंजीनियरिंग से लेकर ट्रैफिक व्यवस्था तक सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। हालांकि, पहले दिन ही नियम भी खूब तोड़े गए। लोग ट्रैक्टर ट्रॉली और बाइक लेकर घुसे, जो यहां प्रतिबंधित हैं। कुछ मोटरसाइकिल सवार भी एक्सप्रेसवे पर जाने की कोशिश कर रहे थे।
कुछ को गार्ड ने रोका, लेकिन कुछ उन्हें चकमा देकर एक्सप्रेसवे पर चढ़ गए। एक्सप्रेसवे पर कुछ दोपहिया वाहन गलत दिशा में चलते दिखे, जिससे तेज गति से चल रहे दूसरे वाहनों से टकराने की आशंका बनी रही। गौरतलब है कि इस एक्सप्रेसवे पर दोपहिया, तिपहिया, ट्रैक्टर और अन्य धीमी गति से चलने वाले वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित है।