रायथल में पुजारी के साथ पुलिस कस्टडी में कथित प्रताड़ना का मामला, नरेश मीणा ने थाने को सस्पेंड करने की उठाई मांग
अंता विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने रायथल में मंदिर के पुजारी सत्यनारायण गोस्वामी पर हुए अत्याचार का मुद्दा बड़े पैमाने पर उठाया है। उन्होंने बारां जिले के पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि किशनगंज विधानसभा क्षेत्र के रामगढ़ चौकी के पूरे पुलिस स्टाफ को तुरंत सस्पेंड किया जाए और पुजारी पर अत्याचार करने वाले सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
"अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।"
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो वह पुजारी के गांव रानी बरोड़ जाएंगे, उनसे मिलेंगे और विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे। नरेश मीणा ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव में उन्हें जनता का भारी समर्थन मिला, जिसमें करीब 55,000 वोटरों ने वोट दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि किसान मंडियों में कमीशन एजेंटों ने किसानों के पैसे का इस्तेमाल करके वोट खरीदने के लिए किसान के बेटे को हराने की कोशिश की, लेकिन जनता ने फिर भी उन्हें मजबूत समर्थन दिया।
"मैं लोगों की सेवा करता रहूंगा, चाहे जीतूं या हारूं।"
उन्होंने कहा, "मैंने जीत या हार की परवाह किए बिना लोगों की सेवा करते रहने का वादा किया था, और मैं उस वादे पर कायम हूं।" नरेश मीणा ने कहा कि पुलिस थानों में आम लोगों को डराया-धमकाया जा रहा है और रिश्वतखोरी बढ़ रही है, इसलिए जनता को जागरूक होकर अपनी आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने हनुमानगढ़ के किसानों के संघर्ष से प्रेरणा लेने की अपील करते हुए कहा कि किसानों, गरीबों और पीड़ितों की लड़ाई अब करो या मरो की लड़ाई होगी।
